याद आते वो पल-05.
जोधपुर का किला: – वर्ष 1459 में जोधपुर की स्थापना राजपूत राव जोधा ने वर्ष 1459 में की थी.उन्होंने मंडोर से हटाकर अपनी नयी राजधानी यहाँ बसायी थी. नयी राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए राजपूत राव ने चिड़ियाटुंक पहाड़ी पर एक दुर्ग भी बनाया गया था, जो वर्तमान में जोधपुर के किले के नाम से प्रसिद्ध है. बताते चलें कि, जोधपुर मारवाड़ों का मुख्य वित्तिय राजधानी था, जहाँ राठौड़ वंश ने शासन किया था.
पुरंदर की संधि:- मुगल साम्राज्य के सेनापति राजपूत शासक जय सिंह प्रथम और मराठा छत्रपति शिवाजी महाराज के बीच, 11 जून, 1665 को पुरन्दर की संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे. पुरंदर के संधि की शर्तों के अनुसार, आवश्यकता पड़ने पर मराठा शासक को मुगल सम्राट औरंगजेब की ओर से युद्ध करना पड़ता था. इस संधि में कुछ गुप्त शर्ते भी थीं जिसके तहत शिवाजी को सम्राट की ओर से बीजापुर के विरुद्ध युद्ध में भाग लेने का प्रावधान किया गया था.
दार्शनिक कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य:- दार्शनिक कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य का जन्म सिरामपुर वर्ष 1875 में सिरामपुर (पश्चिम बंगाल) में हुआ था. भट्टाचार्य के दर्शन के विकास को तीन सुस्पष्ट अवधियों में विभक्त किया जा सकता है- प्रथम अवधि 1918 तक, द्वितीय अवधि 1925 से 1932 तक, और तृतीय 1934 से 1938 तक.
दार्शनिक तथा आध्यात्मिक विषयों के लेखक जे० कृष्णमूर्ति:- जे० कृष्णमूर्ति का जन्म वर्ष 1895 में आन्ध्रप्रदेश के एक छोटे से कस्बे मदनापल्ली में एक धर्म परायण परिवार में हुआ था. उनका पूरा नाम जिड्डू या जिद्दू कृष्णमूर्ति है.
कृष्णमूर्ति दार्शनिक एवं आध्यात्मिक विषयों के लेखक एवं प्रवचनकार थे. वे मानसिक क्रान्ति, मस्तिष्क की प्रकृति, ध्यान, मानवी सम्बन्ध, समाज में सकारात्मक परिवर्तन कैसे लायें, आदि विषयों के भी विशेषज्ञ थे. उन्होंने अपने जीवन काल में अनेक शिक्षा संस्थाओं की स्थापना की, जिनमें दक्षिण भारत का ‘ऋषिवैली’ स्कूल विशेष उल्लेखनीय है.
क्रांतिकारी रास बिहारी बोस:- आज ही के दिन क्रांतिकारी रास बिहारी बोस ने जापान की नौका मारू पर सवार होकर भारत छोड़ा था. ज्ञात है कि, रास बिहारी बोस का जन्म बंगाल के एक कायस्थ परिवार में 25 मई 1886 को हुआ था. रासबिहारी बोस उन लोगों में से थे जो देश से बाहर जाकर विदेशी राष्ट्रों की सहायता से अंग्रेजों के विरुद्ध वातावरण तैयार कर भारत की मुक्ति का रास्ता निकालने की सोचते रहते थे.वर्ष 1937 में उन्होंने ‘भारतीय स्वातंय संघ’ की स्थापना की और सभी भारतीयों का आह्वान किया तथा भारत को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया.
बताते चलें कि, रास बिहारी को केमिकल्स के प्रति लगाव बहुत अधिक लगाव था. उन्होंने क्रूड बम बनाना भी सीख लिया था. पश्चिम बंगाल में अलीपुर बम कांड में उनका नाम आने के बाद वो देहरादून शिफ्ट हो गए थे.
आपने किताबों में “ आजाद हिंद फौज “ के बारे में पढ़ा होगा. बताते चलें कि, पहली बार आजाद हिंद फौज की परिकल्पना रस बिहारी बोस ने की की थी उसके बाद उन्होंने आज हिंद फौज की स्थापना भी की जिसमें सेना के प्रधान मोहन सिंह थे. बाद में सुभाष चंद्र बोस ने भी आजाद हिंद फौज की परिकल्पना व स्थापना पुर्व में बनाए गये आजाद हिंद फौज के आधार पर ही बनाया गया था.
37वें मुख्य न्यायाधीश के० जी० बालकृष्णन:- के० जी० बालकृष्णन का जन्म वर्ष 1945 में त्रावणकोर के कस्बे थलायोलपारम्बू (वर्तमान में केरल राज्य का कोट्टयम ज़िला है) में पुलाया जाति से संबंधित एक दलित और दरिद्र परिवार में हुआ था.
बालकृष्णन प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद सरकारी हाईस्कूल वायकोम से अपनी स्कूली शिक्षा समाप्त की, जिसके लिए वे प्रतिदिन पाँच कि.मी. की दूरी तय करते थे.बालकृष्णन ने वर्ष 1968 में केरल बार काउंसिल में एक अधिवक्ता के रूप में अपना नामांकन कराया और इसी बीच उन्होंने अपना एल.एल.एम. पूर्ण किया.
राजनयिक संबंध शुरु:- वर्ष 1965 में इजरायल और पश्चिम जर्मनी ने राजनयिक संबंध शुरु करने के लिए पत्रों का आदान-प्रदान किया.
क्रिकेट खिलाड़ी शिखा पांडे :- महिला क्रिकेट खिलाड़ी शिखा पांडे का जन्म वर्ष 1989 में करीमनगर (गोवा) में हुआ था. वर्ष 2004 में शिखा को गोवा राज्य की और से प्रतिनिधत्व करने का मौका मिला था उस वक्त शिखा की उम्र करीब 15 वर्ष थी. जब शिखा की उम्र 17 वर्ष हुई तब पुन: उन्हें वर्ष 2007-2008 के लिए उन्हें गोवा के महिला वरिष्ठ राज्य साइड के पक्ष में खेलने के लिए चुना गया था.
बताते चलें कि, पूर्व भारतीय महिला टीम के कप्तान और उसके बाद भारतीय कोच और दक्षिण क्षेत्र चयनकर्ता पूर्णिमा राव ने उन्हें अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट के तहत प्रोत्साहित किया और भारत के लिए खेलने के लिए प्रेरित किया.
कवि शमशेर बहादुर सिंह:- हिन्दी कवि शमशेर बहादुर सिंह का निधन वर्ष 1993 में में हुआ था.
निठारी कांड:- 07 वर्षीया बच्ची आरती के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए सुरेन्द्र कोली को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ए०के० सिंह ने वर्ष 2010 में मौत की सजा सुनाई थी.
बथानी टोला नरसंहार:- वर्ष 2010 में हुए बिहार के चर्चित बथानी टोला नरसंहार मामले में भोजपुर के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव ने 03 दोषियों को फांसी तथा 20 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
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Remember those moments-05.
Jodhpur Fort: – Jodhpur was founded in the year 1459 by Rajput Rao Jodha in the year 1459. He moved his new capital here from Mandore. To keep the new capital safe, a fort was also built by Rajput Rao on Chidiyatunk Hill, which is currently known as Jodhpur Fort. Let us tell you that, Jodhpur was the main financial capital of Marwars, where the Rathore dynasty ruled.
Treaty of Purandar:- The treaty of Purandar was signed on June 11, 1665, between Rajput ruler Jai Singh I, the commander of the Mughal Empire, and Maratha Chhatrapati Shivaji Maharaj. According to the terms of the Treaty of Purandar, the Maratha ruler had to fight on behalf of the Mughal emperor Aurangzeb, if necessary. There were also some secret terms in this treaty, under which a provision was made for Shivaji to participate in the war against Bijapur on behalf of the emperor.
Philosopher Krishnachandra Bhattacharya:- Philosopher Krishnachandra Bhattacharya was born in Sirampur in the year 1875 in Sirampur (West Bengal). The development of Bhattacharya’s philosophy can be divided into three distinct periods – the first period till 1918, the second period from 1925 to 1932, and the third period from 1934 to 1938.
Philosophical and spiritual writer J. Krishnamurthy:- J. Krishnamurthy was born in the year 1895 in Madanapalli, a small town in Andhra Pradesh in a religious family. His full name is Jiddu or Jiddu Krishnamurthy.
Krishnamurti was a writer and speaker on philosophical and spiritual subjects. He was also an expert on mental revolution, the nature of the mind, meditation, human relations, how to bring positive change in society, etc. He established many educational institutions during his lifetime, and the ‘Rishi Valley School of South India is particularly noteworthy.
Revolutionary Ras Bihari Bose:- On this day revolutionary Rash Bihari Bose left India by boarding the Japanese boat Maru. It is known that Rash Behari Bose was born on 25 May 1886 in a Kayastha family in Bengal. Rasbihari Bose was one of those people who went out of the country with the help of foreign nations and kept thinking of finding a way for India’s liberation by preparing an environment against the British. Gave a call and declared India an independent nation.
Let’s tell that Ras Bihari had a lot of attachment to chemicals. He had also learned to make crude bombs. He shifted to Dehradun after his name cropped up in the Alipore bomb case in West Bengal.
You must have read about “Azad Hind Fauj” in books. Let us tell that for the first time Azad Hind Fauj was conceived by Ras Bihari Bose, after that he also established today’s Hind Fauj in which Mohan Singh was the chief of the army. Later, Subhash Chandra Bose also conceptualized and established the Azad Hind Fauj on the basis of the earlier Azad Hind Fauj.
37th Chief Justice KG Balakrishnan:- KG Balakrishnan was born in the year 1945 in a Dalit and poor family belonging to the Pulaya caste in Thalayolparambu town of Travancore (present-day Kottayam district of Kerala state).
After completing his primary education, Balakrishnan completed his schooling at the Government High School, Vaikom, for which he used to walk five km daily. Balakrishnan enrolled as an advocate with the Bar Council of Kerala in the year 1968 and in the meanwhile he completed his L.L.M. completed.
Diplomatic relations started: – In the year 1965, Israel and West Germany exchanged letters to start diplomatic relations.
Cricket player Shikha Pandey:- Female cricket player Shikha Pandey was born in the year 1989 in Karimnagar (Goa). In the year 2004, Shikha got a chance to represent the state of Goa, at that time Shikha was about 15 years old. When Shikha turned 17, she was again selected to play for the Goa women’s senior state side for the year 2007–2008.
Let us tell you that, the former Indian women’s team captain and then Indian coach and South Zone selector Poornima Rao encouraged her in the Under-19 cricket tournament and inspired her to play for India.
Poet Shamsher Bahadur Singh:- Hindi poet Shamsher Bahadur Singh died in the year 1993.
Nithari case:- Surendra Koli, who was convicted in the rape and murder of 07-year-old girl Aarti, was sentenced to death in the year 2010 by Special CBI Judge AK Singh.
Bathani Tola massacre:- In the famous Bathani Tola massacre case of Bihar in the year 2010, Bhojpur’s first Additional District and Sessions Judge Ajay Kumar Srivastava sentenced 03 convicts to death and 20 to life imprisonment.