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विश्व दूरसंचार दिवस…

विश्व दूरसंचार दिवस प्रति वर्ष 17 मई को मनाया जाता है. आधुनिक युग में फोन, मोबाइल और इंटरनेट लोगों की प्रथम आवश्यकता बन गई है जिसके बगैर जीवन की कल्पना करना बहुत ही मुश्किल हो चुका है. वर्तमान समय में  मोबाइल और इंटरनेट ने इसे बहुत ही आसान बना दिया है. यह दूरसंचार की क्रांति है, जिसकी बदौलत भारत जैसे कुछ विकासशील देशों की गिनती भी विश्व के कुछ ऐसे देशों में होती है.

विश्व दूरसंचार दिवस’ मनाने की परंपरा 17 मई 1865 में शुरू हुई थी, लेकिन आधुनिक समय में इसकी शुरुआत 1969 में हुई थी.’दूरसंचार क्रांति’ ग़रीब देश में हुई एक ऐसी क्रांति है, जिसने न केवल देश की छवि बदली बल्कि देश के विकास से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था की यह प्रत्यक्षदर्शी रही.

ज्ञात है कि, 1881 में सरकार ने अपने पहले के फैसले के ख़िलाफ़ जाकर इंग्लैंड की ‘ओरिएंटल टेलीफोन कंपनी लिमिटेड’ को कोलकाता, मुंबई, मद्रास (चेन्नई) और अहमदाबाद में टेलीफोन एक्सचेंज खोलने के लिए लाइसेंस दिया था.1881 में देश में पहली औपचारिक टेलीफोन सेवा की स्थापना हुई थी.

दूरसंचार क्रांति की बदौलत ही भारत की गिनती आज विश्व के कुछ ऐसे देशों में होती है, जहाँ आर्थिक समृद्धि में इस क्रांति का बड़ा योगदान रहा है. आज हम दूरसंचार के मामले में काफ़ी आगे निकल चुके हैं. थ्री-जी,  फोर-जी और फाइव -जी टेक्नोलॉजी पर सवार भारत तेज गति से आगे बढ़ता जा रहा है. इस क्रांति के कारण न केवल अन्य क्षेत्रों में फर्क पड़ रहा है, बल्कि भारतीय किसान हाईटेक हो रहे हैं.

इंटरनेट युग की सबसे बड़ी चुनौती अपनी विश्वसनीयता को बरकरार रखना. जिस तरह से इंटरनेट ने हमारे जीवन को सरल बनाने में अहम योगदान दिया है, उसी तरह इसने कई ऐसी समस्याएँ भी उत्पन्न कर दी हैं, जिससे कहीं न कहीं हमारा समाज दूषित हो रहा है.

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World Telecommunication Day…

World Telecommunication Day is celebrated every year on 17 May. In the modern era, phone, mobile and internet have become the first necessity of the people, without which it has become very difficult to imagine life. In the present time, mobile and internet have made it very easy. This is the revolution of telecommunication, due to which some developing countries like India are also counted among such countries of the world.

The tradition of celebrating ‘World Telecommunication Day’ started on May 17, 1865, but in modern times it started in 1969. ‘Telecom Revolution’ is a revolution that took place in a poor country, which not only changed the image of the country but also witnessed the country’s developing economy.

It is known that in 1881, the government, going against its earlier decision, gave license to England’s ‘Oriental Telephone Company Limited’ to open telephone exchanges in Kolkata, Mumbai, Madras (Chennai) and Ahmadabad. The first formal telephone service in the country was established in 1881.

Thanks to the telecommunication revolution, India is today counted among some of the countries in the world where this revolution has made a major contribution to economic prosperity. Today we have progressed a lot in the matter of telecommunication.  India is moving forward at a fast pace riding on 3-G, 4-G and 5-G technology. Due to this revolution, not only is it making a difference in other sectors, but Indian farmers are also becoming hi-tech.

The biggest challenge of the Internet era is to maintain its credibility. Just as the Internet has made an important contribution in simplifying our lives, in the same way it has also created many such problems, which are polluting our society in some way or the other.

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