अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस…
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस, जिसे हर वर्ष 02 अक्टूबर को मनाया जाता है, महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आयोजित किया जाता है. यह दिन अहिंसा के सिद्धांतों और उनके महत्व को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है.
महात्मा गांधी ने अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने विश्वास किया कि बिना हिंसा के संघर्ष करके भी बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं.
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने का उद्देश्य न केवल गांधी जी की विरासत को सम्मानित करना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अहिंसा, शांति और सहिष्णुता के संदेश को फैलाना भी है. साथ ही आज के दिन विभिन्न कार्यक्रम, कार्यशालाएँ और संगोष्ठियाँ आयोजित की जाती हैं, जहां अहिंसा, शांति और सामाजिक न्याय पर चर्चा की जाती है. वर्ष 2007 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में घोषित किया, जो कि विश्व के लिए अहिंसा के सिद्धांतों के प्रति एक वैश्विक प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शांति और सद्भावना से हम एक बेहतर समाज की दिशा में बढ़ सकते हैं.
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International Day of Non-Violence
International Day of Non-Violence, which is celebrated every year on 02 October, is held on the occasion of the birth anniversary of Mahatma Gandhi. This day is dedicated to promoting the principles of non-violence and their importance.
Contribution of Mahatma Gandhi: Mahatma Gandhi played an important role in the Indian freedom struggle through non-violence and satyagraha. He believed that big changes could be brought about even by fighting without violence.
The purpose of celebrating International Day of Non-Violence is not only to honour Gandhiji’s legacy but also to spread the message of non-violence, peace and tolerance globally. Also, various programs, workshops and seminars are organized on this day, where non-violence, peace and social justice are discussed. In the year 2007, the United Nations General Assembly declared October 2 as International Day of Non-Violence, which symbolizes a global commitment to the principles of non-violence for the world.
International Day of Non-Violence reminds us that through peace and goodwill, we can move towards a better society.
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अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने का उद्देश्य न केवल गांधी जी की विरासत को सम्मानित करना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अहिंसा, शांति और सहिष्णुता के संदेश को फैलाना भी है.
The purpose of celebrating International Day of Non-Violence is not only to honour the legacy of Gandhi ji but also to spread the message of non-violence, peace and tolerance globally.