राष्ट्रीय समुद्री दिवस
राष्ट्रीय समुद्री दिवस की उत्पत्ति भारतीय नौवहन इतिहास के एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर से जुड़ी है. इस दिन को मनाने की परंपरा उस समय से शुरू हुई जब भारतीय जहाज SS Loyalty, जो Scindia Steam Navigation Company Ltd का था, ने 1919 में 5 अप्रैल को मुंबई से लंदन के लिए अपनी पहली यात्रा शुरू की थी. यह घटना ब्रिटिश राज के दौरान भारतीय समुद्री उद्योग के लिए एक बड़ी सफलता थी और इसे भारतीय समुद्री स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है.
SS Loyalty की इस यात्रा को भारतीय नौवहन क्षेत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पल के रूप में याद किया जाता है, क्योंकि यह भारतीय ध्वज वाला पहला जहाज था जिसने अंतरराष्ट्रीय जलमार्गों पर यात्रा की थी. इसलिए, 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस के रूप में मनाया जाना भारतीय समुद्री क्षेत्र के विकास, सफलता और योगदान का जश्न मनाने का एक तरीका है.
यह दिन विशेष रूप से भारतीय समुद्री उद्योग के विकास, नाविकों के योगदान और समुद्री पर्यावरण के संरक्षण पर प्रकाश डालता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य समुद्री क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों और चुनौतियों को उजागर करना और समुद्री क्षेत्र के महत्व को बढ़ावा देना है.
========== ========= ===========
National Maritime Day
The origin of National Maritime Day is linked to an important milestone in Indian shipping history. The tradition of celebrating this day started when the Indian ship SS Loyalty, which belonged to Scindia Steam Navigation Company Ltd, started its maiden voyage from Mumbai to London on 5 April 1919. This event was a major success for the Indian maritime industry during the British Raj and is considered an important step towards Indian maritime independence and self-reliance.
The voyage of SS Loyalty is remembered as a significant moment in the history of Indian shipping, as it was the first Indian-flagged ship to travel on international waterways. Therefore, celebrating 5th April as National Maritime Day is a way to celebrate the growth, success, and contribution of the Indian maritime sector.
The day especially highlights the growth of the Indian maritime industry, the contribution of seafarers, and the conservation of the marine environment. The main objective of celebrating this day is to highlight India’s achievements and challenges in the maritime sector and to promote the importance of the maritime sector.