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सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यम दिवस

सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यम दिवस (Micro, Small and Medium-sized Enterprises Day) प्रतिवर्ष 27 जून को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (MSMEs) के महत्व और उनके योगदान को वैश्विक अर्थव्यवस्था में रेखांकित करना है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2017 में इस दिवस को मनाने का निर्णय लिया था.

MSMEs विश्वभर में रोजगार के प्रमुख स्रोत हैं. ये उद्योग छोटे पैमाने पर होते हुए भी बड़ी संख्या में रोजगार प्रदान करते हैं और स्थानीय स्तर पर आजीविका के साधन बनते हैं. MSMEs का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान होता है. ये उद्यम सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

छोटे और मध्यम आकार के उद्यम अक्सर नवाचार के प्रमुख स्रोत होते हैं. ये बड़े उद्योगों के लिए प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाते हैं और विविधता को बढ़ावा देते हैं. MSMEs स्थानीय समुदायों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.  ये उद्योग स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हैं और क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं.

इस दिन का मुख्य उद्देश्य MSMEs के महत्व और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता फैलाना है. सरकारें और नीति निर्माताओं को MSMEs के समर्थन में कदम उठाने के लिए प्रेरित करना, ताकि ये उद्यम फल-फूल सकें और सतत विकास में योगदान कर सकें. इस दिन के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, सरकारों, और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा दिया जाता है.

MSMEs के लिए वित्तीय संसाधनों तक पहुंच मुश्किल होती है. इन्हें बैंक ऋण और  नई तकनीकों और डिजिटल संसाधनों तक पहुंच में कमी होती है, जिससे उनकी उत्पादकता और प्रतिस्पर्धा प्रभावित होती है. वहीं, छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए बड़े बाजारों तक पहुंच बनाना चुनौतीपूर्ण होता है. उचित प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रमों की कमी भी MSMEs की वृद्धि में बाधक होती है.

MSMEs दिवस उन उद्यमों के महत्व को रेखांकित करने का अवसर है जो आर्थिक विकास, नवाचार और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इस दिन, सरकारें, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और व्यवसायी समुदाय एक साथ आकर इन उद्यमों के समर्थन में कदम उठाते हैं, जिससे वे सतत विकास और समृद्धि में योगदान कर सकें.

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Micro, Small and Medium-sized Enterprises Day

Micro, Small, and Medium-sized Enterprises Day is celebrated every year on 27 June. The purpose of this day is to underline the importance of micro, small, and medium-sized enterprises (MSMEs) and their contribution to the global economy. The United Nations General Assembly decided to celebrate this day in 2017.

MSMEs are a major source of employment worldwide. These industries, despite being small in scale, employ a large number of people and become a means of livelihood at the local level. MSMEs contribute significantly to the national and international economy. These enterprises also play an important role in the gross domestic product (GDP).

Small and medium-sized enterprises are often major sources of innovation. They create an environment of competition for large industries and promote diversity. MSMEs play an important role in the development of local communities. These industries use local resources and promote regional economic activities.

The main objective of this day is to spread awareness about the importance of MSMEs and the challenges they face. To inspire governments and policymakers to take steps in support of MSMEs, so that these enterprises can flourish and contribute to sustainable development. Through this day, cooperation and partnerships between international organizations, governments, and the private sector are promoted.

MSMEs find it difficult to access financial resources. They lack access to bank loans new technologies and digital resources, which affects their productivity and competitiveness. At the same time, it is challenging for small and medium enterprises to access large markets. Lack of proper training and development programs also hinders the growth of MSMEs.

MSMEs Day is an opportunity to underline the importance of enterprises that play an important role in economic growth, innovation, and job creation. On this day, governments, international organizations, and the business community come together and take steps in support of these enterprises, so that they can contribute to sustainable development and prosperity.

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