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गणित को सहज बनायें…

नालंदा खुला विश्वविद्यालय नालंदा (वडगाँव) के परिसर में  नालंदा खुला विश्वविद्यालय नालंदा एवं बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी के द्वारा आयोजित एक्सप्लोरिंग एक्सीलेंस इन मैथमेटिकल साइंस कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति, राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने किया. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गणित एक प्रायोगिक विषय है जिसके माध्यम से आसानी से सीखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि गणित की फोबिया हमें भी महसूस होती थी परंतु आज के कार्यक्रम के बाद मुझे पूर्ण विश्वास है की गणित को सरल तरीके से सीखा जा सकता है. माननीय राज्यपाल सह कुलाधिपति ने कहा कि हम सभी के रिस्पांसिबिलिटी है की शिक्षा के विकास के लिए धरातल स्तर पर कार्य किया जाए. उन्होंने इस अवसर पर एक पत्रिका का भी विमोचन किया.

वहीं, नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति ने अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में आये हुए अतिथियों को स्वागत करते हुए कहा कि गणित के रुचिकर बनाने हेतु इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के माध्यम से शोध पत्र से नए-नए अनुसंधान के संदर्भ में विचार विमर्श किया जाएगा. इंडियन मैथमेटिकल सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. आर बालासुब्रमण्यम ने संख्या पद्धति पर कीनोट ऐड्रेस करते हुये कहा कि गणित को सीखने के लिए पैशन, प्रैक्टिकल एवं परफॉर्मेंस की आवश्यकता है.

नालंदा खुला विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति संजय कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि गणितीय शिक्षण आधुनिक तकनीकी का सहयोग एवं अभ्यास करने से सरल हो सकता है. बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी के महासचिव  प्रो. डी. एन. सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण उपलब्ध कराना हम सभी का कर्तव्य भी नहीं बरन दायित्व है.

बिहार मैथमेटिकल सोसाइटी के सचिव तथा कार्यक्रम के आयोजक डॉ. विजय कुमार, कॉन्फ्रेंस के आयोजक सचिव व विभागाध्यक्ष, गणित विभाग कॉलेज आफ कामर्स, आर्ट्स एंड साइंस ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि, माननीय राज्यपाल के कुशल नेतृत्व में बिहार में नई शिक्षा नीति लागू किया जाना बिहार के शिक्षा के विकास में सराहनीय कदम है. डॉ. कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम में आए हुये विभिन्न वक्ताओं के द्वारा शोध पर परिचर्चा भी की जाएगी. इस कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षक सहित शोधार्थी भी सम्मिलित हुए.

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