उपन्यासकार सलमान रश्दी
सलमान रश्दी एक प्रख्यात उपन्यासकार और निबंधकार हैं, जिनका जन्म 19 जून 1947 को मुंबई, भारत में हुआ था. उनकी रचनाओं में फैंटेसी, ऐतिहासिक, और सामाजिक मुद्दों का मिश्रण मिलता है. उन्होंने कई महत्वपूर्ण और चर्चित कृतियाँ लिखी हैं, जिनमें प्रमुख हैं:-
- मिडनाइट्स चिल्ड्रेन (1981): इस उपन्यास ने रश्दी को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि दिलाई और उन्हें बुकर प्राइज भी मिला. इस रचना में भारतीय स्वतंत्रता और विभाजन के समय की कहानी को जादुई यथार्थवाद के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है.
- द सैटेनिक वर्सेज़ (1988): यह उपन्यास बहुत विवादित रहा. इस्लामिक समुदाय ने इसे अपमानजनक माना और कई देशों में इस पर प्रतिबंध लगाया गया. इस विवाद के कारण सलमान रश्दी को कई वर्षों तक छिपकर रहना पड़ा.
- द मूर’स लास्ट साई (1995): इस उपन्यास में रश्दी ने भारत और स्पेन के इतिहास को जोड़ा है और एक समृद्ध परिवार की कहानी बताई है.
- शालिमार द क्लाउन (2005): यह उपन्यास कश्मीर की पृष्ठभूमि में स्थापित है और इसमें आतंकवाद, प्यार और प्रतिशोध की कहानी को उजागर किया गया है.
- द गोल्डन हाउस (2017): इस उपन्यास में रश्दी ने आधुनिक अमेरिका और उसकी राजनीति पर टिप्पणी की है.
सलमान रश्दी को उनके साहित्यिक योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं. उनकी लेखन शैली में जादुई यथार्थवाद, गहरी सामाजिक और राजनीतिक टिप्पणियाँ, और विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमियों का समावेश मिलता है. रश्दी की रचनाएँ केवल साहित्यिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि वे सामाजिक और राजनीतिक संवाद को भी प्रभावित करती हैं.
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अभिनेता आशीष विद्यार्थी
आशीष विद्यार्थी एक भारतीय अभिनेता हैं, जिन्होंने हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली और ओड़िया भाषाओं की फिल्मों में काम किया है. उनका जन्म 19 जून 1962 को दिल्ली, भारत में हुआ था. आशीष विद्यार्थी ने अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत थिएटर से की थी और बाद में फिल्मों में काम करना शुरू किया.
आशीष विद्यार्थी का जन्म और पालन-पोषण दिल्ली में हुआ. उन्होंने अपने शिक्षा के दौरान थिएटर में रुचि दिखाई और कई नाटकों में भाग लिया. आशीष विद्यार्थी ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत 1990 के दशक की शुरुआत में की. उन्हें हिंदी सिनेमा में अपनी प्रभावशाली नकारात्मक भूमिकाओं के लिए जाना जाता है. वर्ष 1995 में, उन्होंने “द्रोहकाल” फिल्म में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता) जीता.
प्रमुख फिल्में: –
द्रोहकाल (1994): – इस फिल्म में उनके अभिनय ने उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाया.
1942: ए लव स्टोरी (1994): – इस फिल्म में उनकी भूमिका को काफी सराहा गया.
बाज़ीगर (1993): – इस फिल्म में उन्होंने एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई. इसके अलावा हसरतें और साथिया जैसी फिल्मों में भी उन्होंने यादगार भूमिकाएँ निभाई हैं. साथ ही उन्होंने कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं.
फिल्मों के अलावा आशीष विद्यार्थी ने थिएटर और टेलीविजन पर भी काम किया है. वे विभिन्न नाटकों और टीवी शो में दिखाई दिए हैं, जिसमें उन्होंने अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया है.
आशीष विद्यार्थी की अभिनय शैली विविधता से भरी हुई है. वे नकारात्मक भूमिकाओं में विशेष रूप से माहिर हैं, लेकिन उन्होंने कई सकारात्मक और चरित्र भूमिकाएँ भी निभाई हैं. उनकी बहुआयामी अभिनय शैली और भाषाओं की विविधता ने उन्हें भारतीय फिल्म उद्योग में एक प्रमुख स्थान दिलाया है.
आशीष विद्यार्थी का अभिनय कैरियर उनकी मेहनत, प्रतिभा और अभिनय के प्रति उनकी समर्पण को दर्शाता है. वे आज भी फिल्म उद्योग में सक्रिय हैं और नए-नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं.
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राहुल गांधी
राहुल गांधी एक भारतीय राजनेता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के सदस्य हैं. उनका जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली में हुआ था. वे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पुत्र हैं.
राहुल गांधी का जन्म और पालन-पोषण एक राजनीतिक परिवार में हुआ. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के मॉडर्न स्कूल और देहरादून के दून स्कूल में प्राप्त की. उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और फिर रोलिंस कॉलेज, फ्लोरिडा से बीए की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से एम. फिल की डिग्री भी हासिल की.
राहुल गांधी ने 2004 में अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राजनीति में कदम रखा और उत्तर प्रदेश के अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिसमें महासचिव और उपाध्यक्ष शामिल हैं. वर्ष 2013 में, वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने और 2017 में उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद, उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक कैरियर के दौरान गरीबी उन्मूलन, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर जोर दिया है. उन्होंने युवाओं को राजनीति में शामिल करने और पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कई पहलें की हैं. उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने न्यूनतम आय योजना (न्याय) जैसे नीतिगत प्रस्ताव प्रस्तुत किए.
राहुल गांधी को अपने राजनीतिक कैरियर में कई चुनौतियों और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है, जिसमें उनकी नेतृत्व क्षमताओं पर सवाल उठाए गए हैं. उन्होंने कई बार विपक्ष और मीडिया द्वारा “अपरिपक्व” और “अप्रभावी” नेता के रूप में आलोचना का सामना किया है. इसके बावजूद, वे भारतीय राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बने हुए हैं और अपने समर्थकों के बीच लोकप्रिय हैं.
राहुल गांधी ने अपने व्यक्तिगत जीवन को सार्वजनिक जीवन से अलग रखा है और अपनी निजी जिंदगी के बारे में कम ही जानकारी साझा की है. वे अक्सर विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होते रहते हैं और ग्रामीण भारत की स्थिति को सुधारने के लिए कई पहलें करते हैं.
राहुल गांधी की राजनीतिक यात्रा उनके परिवार की विरासत, उनके विचारों और उनकी नीतियों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. वे वर्तमान में भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और देश के भविष्य के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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अभिनेत्री काजल अग्रवाल
काजल अग्रवाल एक भारतीय अभिनेत्री हैं, जो मुख्यतः तेलुगु और तमिल फिल्मों में अपने काम के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने कुछ हिंदी फिल्मों में भी अभिनय किया है. उनका जन्म 19 जून 1985 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. काजल का जन्म मुंबई में हुआ और उनकी शिक्षा भी वहीं हुई. उन्होंने मुंबई के के. सी. कॉलेज से मास मीडिया में स्नातक की डिग्री प्राप्त की.
काजल ने अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत 2004 में हिंदी फिल्म “क्यों! हो गया ना…” से की, जिसमें उन्होंने एक सहायक भूमिका निभाई. वर्ष 2007 में तेलुगु फिल्म “लक्ष्मी कल्याणम” में मुख्य भूमिका निभाने के बाद, उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा में व्यापक पहचान मिली. वर्ष 2009 में आई फिल्म “मगधीरा” ने उनके कैरियर को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया. इस फिल्म में उनके अभिनय को दर्शकों और आलोचकों ने काफी सराहा.
प्रमुख फिल्में: –
तेलुगु: – “मगधीरा” (2009), “डार्लिंग” (2010), “बृंदावनम” (2010), “बिजनेसमैन” (2012), “नायक” (2013),
तमिल: – “नान महान अल्ला” (2010), “माट्रान” (2012), “थुप्पक्की” (2012), “जिल्ला” (2014).
हिंदी: – “सिंघम” (2011). “स्पेशल 26” (2013).
काजल अग्रवाल को उनके अभिनय के लिए कई पुरस्कार और नामांकन मिले हैं, जिसमें साउथ इंडियन इंटरनेशनल मूवी अवार्ड्स (SIIMA) और फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ शामिल हैं.
काजल अग्रवाल ने 30 अक्टूबर 2020 को गौतम किचलू से शादी की. गौतम एक व्यवसायी हैं. वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं और अपने फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं. काजल अग्रवाल ने कई ब्रांड्स के लिए विज्ञापन भी किए हैं और वे विभिन्न सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई अभियानों में हिस्सा लिया है.
काजल अग्रवाल की अभिनय शैली और उनकी सुंदरता ने उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा में एक प्रमुख स्थान दिलाया है. उनके विविध भूमिकाओं और अद्वितीय अभिनय कौशल के कारण वे दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं.