शिवाजी के ज्येष्ठ पुत्र शम्भाजी
छत्रपति शिवाजी महाराज के ज्येष्ठ पुत्र का नाम शम्भाजी था. शम्भाजी का जन्म 14 मई 1657 को हुआ था और उनकी माता का नाम सईबाई था. शम्भाजी को उनके पिता शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद मराठा साम्राज्य का नेतृत्व संभालने का उत्तराधिकार मिला. वह एक बहादुर योद्धा और कुशल सेनापति थे.
शम्भाजी ने मराठा साम्राज्य की सीमाओं की रक्षा के लिए कई युद्ध लड़े और मुगलों के खिलाफ संघर्ष किया. उनका शासनकाल 1681 – 89 तक चला.1689 में, मुगलों ने शम्भाजी को पकड़ लिया और उन्हें यातनाएं देकर मार डाला.
शम्भाजी की मृत्यु के बाद मराठा साम्राज्य की बागडोर उनके छोटे भाई राजाराम ने संभाली. शम्भाजी की वीरता और देशभक्ति के कारण उन्हें मराठा इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है.
========== ========= ===========
स्वतंत्रता सेनानी अरुण चन्द्र गुहा
अरुण चन्द्र गुहा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे. उनका जन्म 14 मई 1908 को हुआ था और उन्होंने मुख्य रूप से बंगाल में अपनी गतिविधियाँ संचालित कीं। गुहा ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा ब्रिटिश राज के विरोध में और भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित किया.
वे विशेष रूप से 1930 के दशक में सक्रिय थे और उन्होंने कई राजनीतिक कार्यक्रमों और प्रदर्शनों में भाग लिया. गुहा का सबसे प्रमुख योगदान शायद 1930 में चटगाँव शस्त्रागार छापे में उनकी भूमिका थी, जहाँ उन्होंने मास्टरदा सूर्य सेन के नेतृत्व में ब्रिटिश पुलिस और उनके शस्त्रागारों के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन किया था.
अरुण चन्द्र गुहा ने न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी सक्रिय भूमिका के लिए, बल्कि अपनी उच्च नैतिकता और साहस के लिए भी प्रशंसा प्राप्त की. उनकी विरासत आज भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में जीवित है.
========== ========= ===========
निर्माता व निर्देशक मृणाल सेन
मृणाल सेन भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख निर्माता और निर्देशक थे, जिन्होंने मुख्य रूप से बंगाली और हिन्दी फिल्मों में काम किया. उनका जन्म 14 मई 1923 को फरीदपुर, बंगाल (अब बांग्लादेश में) में हुआ था और उन्होंने 30 दिसम्बर 2018 को निधन हुआ था. मृणाल सेन को भारतीय नई लहर फिल्म आंदोलन के प्रमुख स्तंभों में से एक माना जाता है.
मृणाल सेन की फिल्में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को गहराई से छूती हैं. उन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से वर्ग संघर्ष, गरीबी, और न्याय की मांग को प्रस्तुत किया. उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में ‘भुवन शोम’, ‘मृगया’, ‘एक दिन आचानक’, ‘कंडहार’ और ‘पदातिक’ शामिल हैं.
मृणाल सेन को उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान से नवाजा गया, जिनमें पद्म भूषण (1983) और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (2003) शामिल हैं. उनकी फिल्में न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही गईं और उन्होंने विश्वभर के फिल्म महोत्सवों में कई पुरस्कार जीते.
========== ========= ===========
कंप्यूटर वैज्ञानिक प्रणव मिस्त्री
प्रणव मिस्त्री एक प्रमुख भारतीय कंप्यूटर वैज्ञानिक और आविष्कारक हैं, जिन्हें उनकी नवाचार और उन्नत तकनीकों के विकास के लिए जाना जाता है. उनका जन्म 14 मई 1981 को पालनपुर, गुजरात, भारत में हुआ था. उन्होंने गुजरात यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर में बैचलर्स डिग्री प्राप्त की, इसके बाद आईआईटी बॉम्बे से डिजाइन में मास्टर्स डिग्री हासिल की. बाद में, उन्होंने एमआईटी मीडिया लैब से मास्टर्स और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की.
प्रणव मिस्त्री को विशेष रूप से उनकी ‘सिक्स्थ सेंस’ तकनीक के लिए जाना जाता है. सिक्स्थ सेंस एक पहनने योग्य गेस्चर-आधारित उपकरण है जो भौतिक दुनिया और डिजिटल जानकारी के बीच की खाई को पाटता है. यह उपयोगकर्ताओं को अपने हाथों के इशारों का उपयोग करके डिजिटल दुनिया के साथ बातचीत करने की अनुमति देता है.
उनके अन्य उल्लेखनीय कार्यों में ‘स्पर्श’ नामक एक टच-आधारित इंटरफ़ेस और ‘इनविजिबल माउस’ शामिल हैं, जो एक अदृश्य कंप्यूटर माउस है.
प्रणव मिस्त्री ने सैमसंग में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जहां उन्होंने सैमसंग के गैलेक्सी गियर स्मार्टवॉच के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सैमसंग में वे ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के रूप में कार्यरत थे और बाद में उन्होंने सैमसंग रिसर्च अमेरिका के प्रमुख के रूप में कार्य किया.
उनकी अभूतपूर्व सोच और नवाचारों के लिए उन्हें कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं. प्रणव मिस्त्री का काम भविष्य की तकनीकों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और उन्होंने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान बनाई है.
========== ========= ===========
अभिनेत्री ज़रीन खान
ज़रीन खान एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं, जो मुख्य रूप से हिंदी फिल्म उद्योग में सक्रिय हैं. उनका जन्म 14 मई 1987 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. ज़रीन खान ने अपने कैरियर की शुरुआत 2010 में बॉलीवुड फिल्म “वीर” से की थी, जिसमें उन्होंने सलमान खान के साथ अभिनय किया था. इस फिल्म में उन्होंने राजकुमारी यशोधरा की भूमिका निभाई थी. “वीर” में उनके प्रदर्शन को सराहा गया, और उन्होंने फिल्म उद्योग में अपनी जगह बनाई.
प्रमुख फिल्में: –
हाउसफुल 2 (2012): यह एक कॉमेडी फिल्म थी जिसमें ज़रीन खान ने जिशिका खान की भूमिका निभाई थी. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही और ज़रीन के कैरियर को एक नया मोड़ दिया. हेट स्टोरी 3 (2015): इस थ्रिलर फिल्म में ज़रीन ने सिया दीवान की भूमिका निभाई थी. फिल्म में उनके बोल्ड और सशक्त प्रदर्शन को काफी पसंद किया गया और इसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की. अक्सर 2 (2017): इस फिल्म में ज़रीन ने शीना रॉय की भूमिका निभाई थी. यह एक थ्रिलर फिल्म थी और इसमें उनके अभिनय को सराहा गया.
1921 (2018): विक्रम भट्ट की इस हॉरर फिल्म में ज़रीन ने रोज़ा मारिया की भूमिका निभाई थी. इस फिल्म में उनके अभिनय को प्रशंसा मिली. ज़रीन ने हिंदी फिल्मों के अलावा पंजाबी और तमिल फिल्मों में भी काम किया है. उन्होंने पंजाबी फिल्म “जट्ट जेम्स बॉन्ड” (2014) और “डाका” (2019) में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं.
ज़रीन खान का जन्म और पालन-पोषण मुंबई में हुआ था. उन्होंने रिज़वी कॉलेज ऑफ़ साइंस, मुंबई से अपनी शिक्षा प्राप्त की. फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले वे मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन उनका रुझान मॉडलिंग और अभिनय की ओर बढ़ गया. ज़रीन खान को उनके अभिनय के लिए विभिन्न पुरस्कार और सम्मान मिले हैं. उनकी सुंदरता और प्रतिभा के कारण वे फिल्म उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं.
ज़रीन खान विभिन्न सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं और उन्होंने कई चैरिटी इवेंट्स में भाग लिया है. ज़रीन खान अपनी अभिनय प्रतिभा और विविध भूमिकाओं के कारण भारतीय फिल्म उद्योग में एक प्रमुख नाम हैं.
========== ========= ===========
मॉडल मनुशी छिलर
मानुषी छिल्लर एक भारतीय मॉडल और अभिनेत्री हैं, जो मुख्य रूप से मिस वर्ल्ड 2017 के खिताब के लिए प्रसिद्ध हैं. मानुषी छिल्लर का जन्म 14 मई 1997 को रोहतक, हरियाणा में हुआ था.
हरियाणा की रहने वाली मानुषी ने मेडिकल की पढ़ाई की है और इसके बाद उन्होंने मिस इंडिया 2017 का खिताब भी जीता था. मिस वर्ल्ड बनने के बाद, उन्होंने सामाजिक कार्यों में भी बहुत सक्रिय रहीं और विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य और साफ-सफाई से संबंधित परियोजनाओं में भाग लिया।
उनकी सुंदरता और बुद्धिमत्ता की वजह से वे लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं. मानुषी ने फिल्मी दुनिया में भी कदम रखा है और उनकी पहली फिल्म ‘पृथ्वीराज’ में उन्होंने अक्षय कुमार के साथ अभिनय किया है.
========== ========= ===========
नाटककार जगदीशचन्द्र माथुर
जगदीशचन्द्र माथुर एक भारतीय नाटककार और लेखक थे, जिनका जन्म 16 जुलाई 1917 को हुआ और उनका निधन 14 मई, 1978 को हुआ था. वे हिंदी थिएटर की दुनिया में एक महत्वपूर्ण हस्ती माने जाते हैं. माथुर का सबसे चर्चित नाटक “कोनार्क” है, जिसे उन्होंने 1946 में लिखा था. यह नाटक उड़ीसा के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के निर्माण की कथा को चित्रित करता है.
उनका एक अन्य प्रसिद्ध नाटक “शारदीया” है, जो सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित है. माथुर ने अपने नाटकों के माध्यम से सामाजिक और ऐतिहासिक विषयों को बहुत ही सूक्ष्मता और गहराई से उठाया है. उनकी लेखनी में जीवन के प्रति गहरी समझ और मानवीय संवेदनाओं का चित्रण मिलता है.
जगदीशचन्द्र माथुर की लेखनी में व्यक्तित्व के विकास और सामाजिक उत्थान के थीम प्रमुख रूप से देखने को मिलते हैं, जिसने उन्हें हिंदी साहित्य और रंगमंच में विशेष स्थान दिलाया.
========== ========= ===========
किसान नेता महेन्द्र सिंह टिकैत
महेंद्र सिंह टिकैत एक प्रमुख भारतीय किसान नेता थे, जिन्होंने भारतीय किसानों के अधिकारों और हितों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया. वे उत्तर प्रदेश के सिसौली गांव से थे और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के संस्थापक और अध्यक्ष भी रहे.
टिकैत का जन्म 6 अक्टूबर 1935 को हुआ था और उन्होंने किसान समुदाय की आवाज उठाने के लिए विभिन्न आंदोलनों और प्रदर्शनों का नेतृत्व किया. 1980 -90 के दशक में उनके नेतृत्व में किसानों ने बड़े पैमाने पर आंदोलन किए, जिसमें मेरठ में हुआ ऐतिहासिक बोट क्लब रैली भी शामिल है.
टिकैत की मुख्य विशेषता उनका ग्रामीण जड़ों से जुड़ा होना और साधारण किसानों की समस्याओं को समझने की क्षमता थी. वे भूमि अधिग्रहण, किसानों के कर्ज माफी, और बेहतर सिंचाई सुविधाओं के लिए लड़ते रहे. महेंद्र सिंह टिकैत का निधन 15 मई 2011 को हुआ. उनके निधन के बाद भी उनके द्वारा स्थापित संगठन और उनके विचार भारतीय किसान आंदोलन में महत्वपूर्ण बने हुए हैं.