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व्यक्ति विशेष -607.

राजनीतिज्ञ बी. पी. मंडल

बी. पी. मंडल जिनका पूरा नाम बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल है, एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने विशेष रूप से समाजिक न्याय और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदायों के अधिकारों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनका जन्म 25 अगस्त 1918 को बिहार में हुआ था और उन्होंने बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई.

बी. पी. मंडल को सबसे ज्यादा पहचान मिली मंडल आयोग के अध्यक्ष के रूप में, जिसे भारत सरकार ने वर्ष 1979 में गठित किया था. मंडल आयोग का मुख्य उद्देश्य था समाज के पिछड़े वर्गों की आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति का आकलन करना और उनके लिए आरक्षण और अन्य सामाजिक उपाय सुझाना. इस आयोग की रिपोर्ट, जिसे मंडल रिपोर्ट के नाम से जाना जाता है, ने भारतीय समाज में बड़े पैमाने पर बहस और चर्चा को जन्म दिया.

मंडल आयोग की सिफारिशों के अनुसार, वर्ष 1990 में भारत सरकार ने ओबीसी के लिए 27% सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण का प्रावधान किया. इस फैसले ने भारतीय समाज में गहरी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न कीं और बड़े स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन का कारण बना.

बी. पी. मंडल का निधन 13 अप्रैल 1982 को हुआ था, लेकिन उनका योगदान और मंडल आयोग की रिपोर्ट आज भी भारतीय समाज और राजनीति में एक महत्वपूर्ण संदर्भ बिंदु के रूप में याद की जाती है.

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अभिनेता राजीव कपूर

राजीव कपूर एक फ़िल्म अभिनेता और निर्माता थे. वे बॉलीवुड फ़िल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक राज कपूर के बेटे थे. राजीव कपूर का जन्म 25 अगस्त 1962 को मुम्बई, महाराष्ट्र में हुआ था और उन्होंने हिंदी सिनेमा में कई फ़िल्मों में अभिनय किया. उन्होंने बतौर डायरेक्टर 1996 में ‘प्रेम ग्रंथ’ फिल्म बनाई थी.

प्रमुख फ़िल्में:एक जान हैं हम (1983), आसमान (1984), ‘मेरा साथी’ (1985), ‘लावा’ (1985), ‘राम तेरी गंगा मैली’ (1985), ‘लवर बॉय’ (1985), ‘अंगारे’ (1986), प्रीति (1986), जहरीला (1988), हम तो चले परदेस (1988), शुक्रिया (1988) नाग नागिन (1989) और जिम्मेदार (1990).

प्रोड्यूसर और एडिटर: – आ अब लौट चलें (1999), प्रेम ग्रंथ (1996), हिना (1991).

असिस्टेंट डायरेक्टर: –    प्रेम रोग (1982), बीवी ओ बीवी (1996).

डायरेक्टर: –                   प्रेम ग्रंथ (1996).

राजीव कपूर ने अपने अभिनय कैरियर के दौरान करीब 12 फिल्मों में काम किया जिसमें एक ही फिल्म हिट रही वो फिल्म थी राम तेरी गंगा मैली. राजीव कपूर का निधन 9 फ़रवरी 2021 को मुम्बई में हुआ था.

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साहित्यकार हरिभाऊ उपाध्याय

हरिभाऊ उपाध्याय एक प्रसिद्ध भारतीय साहित्यकार थे. जिनका जन्म 24 मार्च 1892 को मध्य प्रदेश के उज्जैन ज़िले के भौंरोसा नामक गाँव में हुआ था. उनकी साहित्यिक चेतना उनके विद्यार्थी जीवन से ही जाग्रत हो गई थी. वे संस्कृत के नाटकों और अंग्रेज़ी के प्रसिद्ध उपन्यासों के अध्ययन के बाद उपन्यास लेखन की ओर अग्रसर हुए​​ थे.

हरिभाऊ उपाध्याय ने हिन्दी पत्रकारिता में भी योगदान दिया और वर्ष 1911 में ‘औदुम्बर’ मासिक पत्र के सम्पादक के रूप में कार्य किया. उनके संपादन में ‘औदुम्बर’ में अनेक विद्वानों के विविध विषयों से सम्बद्ध लेखमाला प्रकाशित हुई, जिससे हिन्दी भाषा की प्रगति हुई. वर्ष 1915 में, वे महावीर प्रसाद द्विवेदी के सान्निध्य में आए और उन्होंने ‘सरस्वती’, ‘प्रताप’, ‘हिन्दी नवजीवन’ और ‘प्रभा’ पत्रिकाओं के सम्पादन में भी योगदान दिया​​.

हरिभाऊ उपाध्याय का निधन 25 अगस्त 1972 को हुआ था.  हरिभाऊ उपाध्याय ने हिन्दी साहित्य की सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने कई मौलिक रचनाओं के अतिरिक्त जवाहरलाल नेहरू की ‘मेरी कहानी’ और पट्टाभि सीतारमैया द्वारा लिखित ‘कांग्रेस का इतिहास’ का हिन्दी में अनुवाद किया. अनुवाद करने में उन्होंने इस बात का विशेष ध्यान रखा कि पुस्तक की भाषा लेखक की भाषा और उसके व्यक्तित्व के अनुरूप हो.

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