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पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण आवश्यक: डॉ. मनोज

गुरुवार को केकेएम कॉलेज, जमुई में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कॉलेज के एन सी सी कैडेट्स के द्वारा पौधरोपण कार्यक्रम किया गया. इस मौके पर स्नातकोत्तर राजनीतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. मनोज कुमार एवं अन्य शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी ने पौधा रोपण किया। कॉलेज परिसर में फलदार ,छायादार एवं कई प्रकार के कीमती पौधे लगाए गए. कैडेट्स को संबोधित करते हुए प्रभारी प्राध्यापक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि वृक्ष पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अति आवश्यक है. वृक्षारोपण पर्यावरण को शुद्ध करता है, साथ ही तापमान एवं वर्षा को भी नियंत्रित करता है, जो मानव जीवन के लिए अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि बहुत खेद है कि आज हमारा पर्यावरण प्रदूषण हो चुका है. स्वच्छ वातावरण हमारा मानवीय अधिकार है, जो हमें मिलना चाहिए ताकि हम खुश और स्वस्थ रहकर अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें.

 स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गौरी शंकर पासवान ने कहा कि पर्यावरण मानव जीवन का आधार है. स्वच्छ वायु, शुद्ध जल, हरियाली और संतुलित इकोसिस्टम जीवन अस्तित्व के लिए अनिवार्य है. विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाना जरूरी है। पर्यावरण प्रदूषण मानव का अदृश्य शत्रु है, जो मानव अस्तित्व पर मंडराता हुआ संकट है. प्लास्टिक से मुक्ति पर्यावरणीय चेतना की पहली परीक्षा है. सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध वर्तमान समय की मांग है। पर्यावरण दिवस हम सभी नागरिकों के लिए एक संकल्प दिवस है, जिस पर पर्यावरण की स्वच्छता का हर नागरिक द्वारा संकल्प लिया जाता है. हमें प्लास्टिक की थैलियां का प्रयोग स्वयं बंद करना होगा पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए चिपको आंदोलन चलाने होंगे. नदियों में कचरा ना फेंकने की कसम खानी होगी. तभी पर्यावरण शुद्ध व संतुलित रह पाएगा और साथ ही मानव का अस्तित्व भी बच पाएगा.

 राजनीतिक विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. डी के गोयल ने कहा कि वृक्ष भूमि संरक्षण एवं पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने में सहायक होता है. स्वच्छ वातावरण के लिए वृक्षारोपण जरूरी है. पर्यावरण का संरक्षण आज विश्व की राजनीति में महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है.

  अर्थविद डॉ सरदार राय ने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण सिर्फ मानव के लिए ही आवश्यक नहीं है, अपितु अन्य जीवों के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है। मानव ही पर्यावरण को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है, ऐसे में इसे स्वच्छ एवं संतुलित रखना हमारा परम दायित्व है.

 अध्यक्षीय प्रबोधन में हिंदी के विभागाध्यक्ष सह एन सी सी केयरटेकर प्रो. कैलाश पंडित  इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस थीम “प्लास्टिक प्रदूषण को मात दे” का जिक्र करते हुए, प्लास्टिक प्रयोग को पूर्ण प्रतिबंधित करने की बात कही. उन्होंने कहा जिस प्रकार से हम लोग प्लास्टिक पर निर्भर होते जा रहे हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है. कैडेट्स को प्लास्टिक के दुष्परिणामों से आगाह करते हुए, इसके प्रयोग से बचने एवं लोगों को जागरूक करने की सलाह दी.

 इस अवसर पर कॉलेज कर्मी रवीश कुमार सिंह, सुशील कुमार, कृपाल सिंह  बटेश्वर यादव, निरंजन कुमार, रामचरित्र रविदास, शैलेश कुमार, कीर्तन सिंह कृष्णागिरी इग्नू के कर्मचारी सुनील सिंह संजय सिंह मधुकर सिंह एवं सभी छात्र और छात्राएं मौजूद थे.

प्रभाकर कुमार (जमुई).

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