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याद आते वो पल-39.
- ‘राधा स्वामी सत्संग’ के संस्थापक शिव दयाल साहब:- आज ही के दिन वर्ष 1878 में ‘राधा स्वामी सत्संग’ के संस्थापक शिव दयाल साहब का निधन हुआ था.
- क्रांतिकारी तारकनाथ दास :- आज ही के दिन वर्ष 1884 में क्रांतिकारी तारकनाथ दास का जन्म बंगाल के 24 परगना ज़िले में हुआ था.तारकनाथ दास बड़े प्रतिभाशाली विद्यार्थी थे. छात्र-जीवन में ही उनका संपर्क अरविन्द घोष, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी और चितरंजन दास जैसे नेताओं से हुआ. देशभक्ति के रंग में रंगे इन नेताओं के सम्पर्क में आकर तारकनाथ दास क्रान्तिकारी आंदोलन में सम्मिलित हो गए और देश के क्रान्तिकारी सिपाही बन गए. उन्होंने अपना अध्ययन बीच में ही छोड़ दिया.लेकिन बाद में पुन: अध्ययन प्रारम्भ कर इन्होंने पी.एच. डी. की उपाधि प्राप्त की थी. तारकनाथ दास पर अमेरिका में मुकदमा चला था, जहाँ इन्हें क़ैद की सज़ा सुनाई गई थी.
- चित्रकार एवं मूर्तिकार देवी प्रसाद राय चौधरी:- आज ही के दिन वर्ष 1899 में चित्रकार एवं मूर्तिकार देवी प्रसाद राय चौधरी का जन्म मीरपुर (पाकिस्तान) में हुआ था. वर्ष 1942 में असहयोग आंदोलन के दौरान पुराने सचिवालय भवन पर कांग्रेसी झंडा लहराया था. इस ‘शहीद स्मृति’ का निर्माण पटना में देवी प्रसाद राय चौधरी ने किया था. जिसमें यह दिखाया गया है कि एक वीर पुरुष झंडा ले जा रहा है तथा 6 अन्य ब्रिटिश पुलिस की गोली लगने से नीचे गिर गए हैं.
- राजेन्द्र सिंह जडेजा:- आज ही के दिन वर्ष 1899 में भारतीय थल सेना के प्रथम थल सेनाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह जडेजा का जन्म काठियावाड़ इलाके के सरोदार में हुआ, जो भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात में स्थित है.उनका परिवार नवानगर नामक भारतीय रियासत के शासक वंश से है.देवी सिंहजी दो क्रिकेट दिग्गजों के. एस. रणजीत सिंहजी के बड़े भाई के. एस. दुलीप सिंहजी के चाचा थे. राजेन्द्र सिंहजी जडेजा को ‘चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ’ पद की स्थापना होने के बाद भारतीय सेना का पहला थलसेना प्रमुख होने का गौरव प्राप्त हुआ. जनरल महाराज राजेन्द्र सिंहजी जडेजा दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फौज इंडियन आर्मी के पहले चीफ थे. ब्रिटिश काल के दौरान आर्मी में भर्ती होने वाले राजेन्द्र सिंहजी जडेजा ने वर्ष 1921 में सेकेंड लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय सेना की सेकेंड लेंसर यूनिट में कमीशन प्राप्त किया था.
- शेयर बाज़ार की शुरुआत:- आज ही के दिन वर्ष 1908 में शेयर बाज़ार की शुरुआत कलकत्ता में हुई.
- कलाकार के. के. हेब्बार:- आज ही के दिन वर्ष 1911 में कलाकार के. के. हेब्बार का जन्म उडुपी के नज़दीक कटिंगेरी में तुलु भाषी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. बचपन से ही हेब्बार का रुझान कला की ओर था क्योंकि उनके पिता सामयिक मूर्तिकार थे जो गणेश की मूर्तियाँ बनाते थे.
- साहित्यकार श्रीमन्नारायण अग्रवाल:- आज ही के दिन वर्ष 1912 में साहित्यकार श्रीमन्नारायण अग्रवाल का जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा में हुआ था. वो जमनालाल बजाज के जमाई थे. जीवन के अन्तिम वर्षों में गुजरात के राज्यपाल नियुक्त हुए थे.
- संगीतकार सज्जाद हुसैन:- आज ही के दिन वर्ष 1917 में संगीतकार सज्जाद हुसैन का जन्म सीतामऊ में हुआ था, जो उस समय तत्कालीन केन्द्रीय भारत एजेंसी का एक गांव, जिसे अब मध्य प्रदेश कहा जाता था.सज्जाद हुसैन ने अपने किशोरी के वर्षों में वीणा, वायलिन, बांसुरी और पियानो सीखा। वह एक सफल खिलाड़ी भी थे. वर्ष 1937 में सज़ाद हुसैन ने फ़िल्म संगीतकार के रूप में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया और अपने बड़े भाई निसार हुसैन के साथ बम्बई (वर्तमान मुम्बई) आ गए.लता मंगेशकर का कहना था कि “मैं सज्जाद साहब की ‘संगदिल’ के गीतों को अपने कॅरियर में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखती हूँ.
- अभिनेत्री और गायिका सुरैया:- आज ही के दिन वर्ष 1929 में अभिनेत्री और गायिका सुरैया का जन्म गुजरांवाला, पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था. सुरैया का पूरा नाम पूरा नाम सुरैया जमाल शेख़ है. उन्होंने 40वें- 50वें दशक में इन्होंने हिन्दी सिनेमा में अपना योगदान दिया. नाज़ों से पली सुरैया ने हालांकि संगीत की शिक्षा नहीं ली थी लेकिन आगे चलकर उनकी पहचान एक बेहतरीन अदाकारा के साथ एक अच्छी गायिका के रूप में भी बनी. सुरैया के फ़िल्मी कैरियर की शुरुआत उनके चाचा जहूर सुरैया जो गुजरे ज़माने के मशहूर खलनायक थे और उनकी वजह से वर्ष 1937 में उन्हें फ़िल्म ‘उसने क्या सोचा’ में पहली बार बाल कलाकार के रूप में भूमिका मिली थी.एक वक़्त था, जब रोमांटिक हीरो देव आनंद सुरैया के दीवाने हुआ करते थे. लेकिन अंतत: यह जोड़ी वास्तविक जीवन में जोड़ी नहीं पाई. अभिनय के अलावा सुरैया ने कई यादगार गीत गाए, जो अब भी काफ़ी लोकप्रिय है. इन गीतों में, सोचा था क्या मैं दिल में दर्द बसा लाई, तेरे नैनों ने चोरी किया, ओ दूर जाने वाले, वो पास रहे या दूर रहे, तू मेरा चाँद मैं तेरी चाँदनी, मुरली वाले मुरली बजा आदि शामिल हैं.
- ध्रुपद गायक ज़िया फ़रीदुद्दीन डागर:- आज ही के दिन वर्ष 1932 में ध्रुपद गायक ज़िया फ़रीदुद्दीन डागर का जन्म राजस्थान के उदयपुर में हुआ था, जहां उनके पिता उदयपुर के महाराणा भूपाल सिंह के दरबार में संगीतज्ञ थे.उन्होंने संगीत की शिक्षा अपने पिता उस्ताद ज़ियाउद्दीन खान साहब से ली थी. पिता ने उन्हें ध्रुपद गायन और वीणा वादन में प्रशिक्षित किया. पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने अपने बड़े भाई से संगीत की शिक्षा ली. उस्ताद ज़िया फ़रीदुद्दीन डागर उस परिवार से हैं जिसने 19 पीढिय़ों तक ध्रुपद गायकी को आगे बढ़ाया.मध्य प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें तानसेन सम्मान दिया.
- समाजसेवक अण्णा हज़ारे:- आज ही के दिन वर्ष 1937 में गांधीवादी विचारधारा पर चलने वाले समाजसेवक अण्णा हज़ारे का जन्म महाराष्ट्र के अहमदनगर ज़िले के भिनगरी क़स्बे में हुआ था. अन्ना का पुश्तैनी गाँव अहमदनगर ज़िले में स्थित रालेगण सिद्धि में था. हज़ारे का बचपन बहुत ग़रीबी और अभावों में गुज़रा. उनके पिता आयुर्वेद आश्रम में एक साधारण मज़दूर थे जबकि, उनके दादा फ़ौज में थे. अन्ना भी साठ के दशक वर्ष 1963 में अपने दादा की तरह फ़ौज में भर्ती हो गये. उनकी पहली पोस्टिंग मराठा रेजीमेंट में बतौर ड्राइवर पंजाब में हुई. 15 साल फ़ौज में पूरे होने पर 1975 में उन्होंने फ़ौज की नौकरी से स्वैच्छिक अवकाश लेकर अपने पारिवारिक गांव रालेगण सिद्धी लौटे तो गांव में लोगों की शराबखोरी और गांव की बदहाली से काफ़ी आहत हुए। लोगों को सुधारने के बहुत जतन किए.उसके बाद उन्होंने गाँव की तस्वीर ही बदल डाली और साथ ही अन्ना भ्रष्ट्राचार के ख़िलाफ़ आंदोलन में कूद पड़े. महात्मा गांधी के बाद अन्ना हजारे ने ही भूख हड़ताल और आमरण अनशन को सबसे ज़्यादा बार बतौर हथियार इस्तेमाल किया है. भ्रष्ट प्रशासन की खिलाफवर्जी हो या सूचना के अधिकार का इस्तेमाल, हजारे हमेशा आम आदमी की आवाज़ उठाने के लिए आगे आते रहे हैं.
- भारत के विभाजन के लिए ब्रिटिश योजना :- आज ही के दिन वर्ष 1947 में अखिल भारतीय कांग्रेस ने नई दिल्ली में भारत के विभाजन के लिए ब्रिटिश योजना को स्वीकार किया. आजादी की आड़ में अंग्रेज भारत को कभी न भरने वाला यह जख्म दे गए.
- उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल:- आज ही के दिन वर्ष 1950 में उद्योगपति लक्ष्मी मित्तल का जन्म राजस्थान के चूरु जिले के शादूलपुर नामक स्थान में हुआ था. वे दुनिया के सबसे धनी भारतीय, ब्रिटेन के सबसे धनी एशियाई और विश्व के 91वें सबसे धनी व्यक्ति है.
- राजनेता कंभमपति हरिबाबू:- आज ही के दिन वर्ष 1953 में राजनेता कंभमपति हरिबाबू का जन्म हुआ था.
- बर्दवान विश्वविद्यालय:- आज ही के दिन वर्ष 1960 में बर्दवान विश्वविद्यालय को पश्चिम बंगाल में स्थापित किया.
- राजनीतिज्ञ जी. किशन रेड्डी:- आज ही के दिन वर्ष 1964 में भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ जी. किशन रेड्डी का जन्म हुआ था.
- राजनीतिज्ञ नंदीगम सुरेश:- आज ही के दिन वर्ष 1976 में आंध्र प्रदेश के राजनीतिज्ञ नंदीगम सुरेश का जन्म हुआ था.
- लेखक, और संपादक उउर एस परमेस्वार अय्यर:- आज ही के दिन वर्ष 1979 में लेखक, और संपादक उउर एस परमेस्वार अय्यर का निधन हुआ था.
- दसवीं लोकसभा:- आज ही के दिन वर्ष 1991 में कांग्रेस ने दसवीं लोकसभा का चुनाव जीता.
- टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा:- आज ही के दिन वर्ष 1995 में राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा का जन्म दिल्ली में हुआ था. इन्होंने मात्र चार वर्ष की उम्र में ही टेबल टेनिस खेलनी शुरू कर दी थी.राज्य स्तर अंडर-८ प्रतियोगिता जीतने के पश्चात् बत्रा ने सन्दीप गुप्ता से प्रशिक्षण लेने का निर्णय लिया.बत्रा को किशोरावस्था में बहुत से मॉडलिंग के प्रस्ताव मिले जिसे उन्होंने ठुकरा दिया.मनिका बत्रा इन्हीं राष्ट्रमण्डल खेलों में सिंगापुर की यू मेंगयु को हराकर पहली बार भारत के लिये टेबल टेनिस की महिला एकल स्पर्धा का भारत को स्वर्ण पदक दिलवाया.
- पुराना सिल्क रूट खोलने का निर्णय:- आज ही के दिन वर्ष 2004 में भारत और चीन ने पुराना सिल्क रूट खोलने का निर्णय लिया.
- मुख्य न्यायाधीश प्रफुल्लचंद नटवरलाल भगवती:- आज ही के दिन वर्ष 2017 में मुख्य न्यायाधीश प्रफुल्लचंद नटवरलाल भगवती का निधन हुआ था.
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Remember those moments- 39.
- Shiv Dayal Saheb, the founder of ‘Radha Swami Satsang’:- On this day in the year 1878, Shiv Dayal Saheb, the founder of ‘Radha Swami Satsang’, passed away.
- Revolutionary Taraknath Das:- On this day in the year 1884, revolutionary Taraknath Das was born in 24 Parganas district of Bengal. Taraknath Das was a very talented student. In student life itself, he came in contact with leaders like Arvind Ghosh, Surendranath Banerjee, and Chittaranjan Das. Taraknath Das joined the revolutionary movement after coming in contact with these leaders who colored in the color of patriotism and became revolutionary soldiers of the country. He left his studies in the middle. But after starting his studies again, he did Ph.D. Got the degree of D. Taraknath Das was tried in America, where he was sentenced to imprisonment.
- Painter and Sculptor Devi Prasad Rai Chowdhary:- On this day in the year 1899, painter and sculptor Devi Prasad Rai Chowdhary was born in Mirpur (Pakistan). In the year 1942, during the non-cooperation movement, the Congress flag was hoisted on the old secretariat building. This ‘Shaheed Smriti’ was built by Devi Prasad Rai Chowdhary in Patna. It is shown that a brave man is carrying the flag and 6 others have fallen down after being shot by the British police.
- Rajendra Singh Jadeja:- On this day in the year 1899, Rajendra Singh Jadeja, the first Chief of Army Staff of the Indian Army, was born in Sarodar of Kathiawar area, which is located in the western state of Gujarat, India. His family belongs to the Indian princely state of Nawanagar. The ruler belongs to the dynasty. Devi Singhji of two cricket legends. S. Ranjit Singhji’s elder brother K. S. Duleep was Singhji’s uncle. Rajendra Singhji Jadeja had the distinction of being the first Army Chief of the Indian Army after the establishment of the post of ‘Chief of Army Staff’. General Maharaj Rajendra Singhji Jadeja was the first Chief of the Indian Army, the second-largest army in the world. Rajendra Singhji Jadeja, who joined the Army during the British period, was commissioned in the Second Lancer Unit of the Indian Army in the year 1921 as a Second Lieutenant.
- Beginning of the stock market: – On this day in the year 1908, the stock market started in Calcutta.
- Artist K.K. Of. Hebbar:- On this day in the year 1911, artist K. Of. Hebbar was born in Katingeri near Udupi in a Tulu-speaking Brahmin family. Since childhood, Hebbar was inclined towards art as his father was an occasional sculptor who used to make idols of Ganesha.
- Writer Srimannarayan Agarwal:- On this day in the year 1912, writer Srimannarayan Agarwal was born in Etawah, Uttar Pradesh. He was the son-in-law of Jamnalal Bajaj. In the last years of his life, he was appointed the Governor of Gujarat.
- Composer Sajjad Hussain:- On this day in the year 1917, musician Sajjad Hussain was born in Sitamau, a village in the then Central India Agency, now called Madhya Pradesh. Sajjad Hussain spent his teenage years I learned veena, violin, flute, and piano. He was also a successful sportsman. In the year 1937, Sajjad Hussain decided to try his luck as a film composer and came to Bombay (present-day Mumbai) along with his elder brother Nisar Hussain. I see it as a great achievement in my career.
- Actress and singer Suraiya:- On this day in the year 1929, actress and singer Suraiya was born in Gujranwala, Punjab (present-day Pakistan). Full name of Suraiya Full name is Suraiya Jamal Shaikh. He contributed to Hindi cinema in the 40s and 50s. Although Suraiya, who grew up in Naaz, did not take music education, later on, she became recognized as an excellent actress as well as a good singer. Suraiya’s film career started with his uncle Zahoor Suraiya who was a famous villain of yesteryear and because of him, he got his first role as a child artist in the film ‘Usne Kya Socha’ in the year 1937. There was a time when the romantic hero Dev Anand used to be crazy about Suraiya. But ultimately this pair could not pair in real life. Apart from acting, Suraiya sang many memorable songs, which are still very popular. In these songs, Socha Tha Kya Main Dil Mein Dard Basa Lai, Tere Naino Ne Chori Kiya, O Door Jaane Wale, Woh Paas Rahe Ya Door Rahe, Tu Mera Chand Main Teri Chandni, Murli Wale Murli Baja, etc. are included.
- Dhrupad singer Zia Fariduddin Dagar:- On this day in the year 1932, Dhrupad singer Zia Fariduddin Dagar was born in Udaipur, Rajasthan, where her father was a musician in the court of Maharana Bhupal Singh of Udaipur. She learned music from her father. Took it from Ustad Ziauddin Khan Sahab. His father trained him in Dhrupad singing and Veena playing. After the death of his father, he took music lessons from his elder brother. Ustad Zia Fariduddin Dagar belongs to a family that has carried forward Dhrupad singing for 19 generations. He was awarded the Tansen Samman by the Government of Madhya Pradesh.
- Social worker Anna Hazare:- On this day in the year 1937, social worker Anna Hazare, who followed Gandhian ideology, was born in Bhingri town of Ahmednagar district of Maharashtra. Anna’s ancestral village was in Ralegan Siddhi located in Ahmednagar district. Hazare’s childhood was spent in extreme poverty and deprivation. His father was a simple laborer in Ayurveda Ashram while his grandfather was in the army. Anna also joined the army in the year 1963 like his grandfather. His first posting took place in Punjab as a driver in the Maratha Regiment. After completing 15 years in the army, in 1975, he took a voluntary leave from the army job and returned to his family village Ralegan Siddhi, then he was deeply hurt by the alcohol consumption of the people in the village and the plight of the village. He tried a lot to improve the people. After that, he changed the picture of the village and at the same time, Anna jumped into the movement against corruption. After Mahatma Gandhi, Anna Hazare used hunger strikes and fasting unto death as a weapon most times. Be it against the corrupt administration or using the right to information, Hazare has always come forward to raise the voice of the common man.
- British Plan for the Partition of India:- On this day in the year 1947, the All India Congress in New Delhi accepted the British plan for the partition of India. Under the guise of independence, the British gave this wound that would never heal to India.
- Industrialist Lakshmi Mittal: – On this day in the year 1950, industrialist Lakshmi Mittal was born in a place called Shadulpur in the Churu district of Rajasthan. He is the richest Indian in the world, the richest Asian in Britain, and the 91st richest person in the world.
- Politician Kambhampati Haribabu: – On this day in the year 1953, politician Kambhampati Haribabu was born.
- Burdwan University: – On this day in the year 1960, Burdwan University was established in West Bengal.
- Politician G. Kishan Reddy: – On this day in the year 1964, Bharatiya Janata Party politician G. Kishan Reddy was born.
- Politician Nandigam Suresh:- On this day in the year 1976, politician Nandigam Suresh of Andhra Pradesh was born.
- Writer and editor Uoor S. Parameswar Iyer: – On this day in the year 1979, writer and editor Uoor S. Parameswar Iyer passed away.
- Tenth Lok Sabha: – On this day in the year 1991, the Congress won the election of the tenth Lok Sabha.
- Table tennis player Manika Batra: – On this day in the year 1995, Commonwealth Games gold medalist table tennis player Manika Batra was born in Delhi. She started playing table tennis only at the age of four. After winning the state-level under-8 competition, Batra decided to take training from Sandeep Gupta. Batra received many modeling offers in her teens which she turned down. Manika Batra won the gold medal for India in the women’s singles event of table tennis for the first time by defeating Singapore’s Yu Mengyu in the same Commonwealth Games.
- The decision to open the old silk route:- On this day in the year 2004, India and China decided to open the old silk route.
- Chief Justice Prafulchand Natwarlal Bhagwati:- On this day in the year 2017, Chief Justice Prafulchand Natwarlal Bhagwati passed away.