सीखें शिव से…
आज हम एक ऐसे देवता के बारे में बात कर रहें है जिनका विचित्र और अमंगल स्वरूप दुसरे देवताओं से अलग है. वो नंग-धडंग, शरीर पर राख लपेटे या मले हुए, जटाजूटधारी, सर्प लपेटे, गले में हड्डियों एवं नरमुंडों की माला पहने, हाथों में त्रिशूल व डमरू, माथे पर एक और आँख, सिर पर चन्द्रमा को धारण किये हुए और उनका वाहन नंदी तथा गण भूत, प्रेत या पिशाच.
भगवान शिव त्रिदेवों में एक देव हैं और इन्हें देवों के देव महादेव के भी नाम से जानते हैं. पौराणिक ग्रंथों के अनुसार शिव ही जगत के आधार है. शिव ही जगत के गुरु हैं और उनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है, क्योंकि वे न केवल एक देवता हैं बल्कि एक आदर्श जीवन के प्रतीक भी हैं. उनके व्यक्तित्व, जीवनशैली, और उनसे जुड़ी कथाएँ हमें जीवन के कई महत्वपूर्ण पाठ सिखाती हैं. यहाँ कुछ प्रमुख बातें हैं जो हम भगवान शिव से सीख सकते हैं:-
संतुलन: – शिव अर्धनारीश्वर के रूप में पुरुष और स्त्री ऊर्जा के संतुलन का प्रतीक हैं. यह सिखाता है कि जीवन में संतुलन बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है, चाहे वह कार्य और व्यक्तिगत जीवन में हो या मानसिक और भावनात्मक स्तर पर.
वैराग्य और त्याग: – शिव का भस्म और मृगचर्म धारण करना यह सिखाता है कि संसारिक वस्तुओं और इच्छाओं से खुद को मुक्त रखना चाहिए. हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए त्याग और संयम की आवश्यकता होती है.
धैर्य और सहनशीलता: – शिव का विषपान करना यह सिखाता है कि हमें कठिनाइयों का सामना धैर्य और सहनशीलता के साथ करना चाहिए. विष का सेवन कर शिव ने सृष्टि को बचाया, जिससे यह संदेश मिलता है कि दूसरों की भलाई के लिए हमें कष्ट सहने के लिए तैयार रहना चाहिए.
आत्मज्ञान और ध्यान: – शिव को महायोगी कहा जाता है क्योंकि वे ध्यान में लीन रहते हैं. यह सिखाता है कि आत्मज्ञान और आंतरिक शांति के लिए ध्यान और आत्मचिंतन महत्वपूर्ण हैं. ध्यान हमें अपने सच्चे स्वभाव को समझने और जीवन के सही अर्थ को पाने में मदद करता है.
क्षमाशीलता: – शिव त्रिशूल धारण करते हैं, लेकिन वे न केवल संहारक हैं, बल्कि वे क्षमाशील भी हैं. यह सिखाता है कि हमें अपने जीवन में क्षमाशीलता को अपनाना चाहिए. दूसरों की गलतियों को माफ करने से हमारे जीवन में शांति और संतोष आता है.
साहस और शक्ति: – शिव का रुद्र रूप और त्रिशूल धारण करना यह सिखाता है कि हमें जीवन की चुनौतियों का साहस और शक्ति के साथ सामना करना चाहिए. जीवन में आने वाले संघर्षों को स्वीकार करके हमें आगे बढ़ने की ताकत मिलती है.
प्रेम और समर्पण: – शिव और पार्वती का संबंध प्रेम और समर्पण का प्रतीक है. यह सिखाता है कि हमें अपने संबंधों में प्रेम, निष्ठा, और समर्पण को महत्व देना चाहिए। पारस्परिक सम्मान और समझ से संबंध मजबूत होते हैं.
सादगी और विनम्रता: – शिव का साधारण रूप, भस्म और सर्प से सुशोभित होना यह सिखाता है कि जीवन में सादगी और विनम्रता को अपनाना चाहिए. बाहरी आडंबर और दिखावे से अधिक आंतरिक सादगी महत्वपूर्ण है.
त्याग और बलिदान: – शिव ने समुद्र मंथन के समय विषपान करके अपने जीवन को जोखिम में डाला. यह सिखाता है कि हमें दूसरों की भलाई के लिए त्याग और बलिदान करने के लिए तैयार रहना चाहिए.
दृढ़ता: – शिव के ध्यान और तपस्या से हमें यह सिखने को मिलता है कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें दृढ़ निश्चय और संकल्पित रहना चाहिए. कठिनाइयाँ चाहे कितनी भी बड़ी हों, अगर हमारा संकल्प मजबूत है, तो हम हर चुनौती का सामना कर सकते हैं.
शिव का जीवन और उनका व्यक्तित्व हमें सिखाता है कि जीवन में आत्मज्ञान, संतुलन, और सद्गुणों को अपनाकर हम एक सफल और संतुलित जीवन जी सकते हैं.
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Learn from Shiva…
Today we are talking about a god whose strange and ominous form differs from other gods. He is naked, has ashes smeared on his body, has matted hair, is wrapped in a snake, wears a garland of bones and human heads around his neck, has a trident and a damru in his hands, has another eye on his forehead, wears the moon on his head and his vehicle is Nandi and his Ganas are ghosts, spirits or vampires.
Lord Shiva is one of the Tridevis and is also known as Mahadev, the god of gods. According to mythological texts, Shiva is the basis of the world. Shiva is the Guru of the world and a lot can be learned from him because he is a god and a symbol of an ideal life. His personality, lifestyle, and the stories related to him teach us many important lessons about life. Here are some key things we can learn from Lord Shiva:-
Balance: – Shiva as Ardhanarishvara symbolises the balance of male and female energies. It teaches that it is very important to maintain balance in life, whether it is in work and personal life or at the mental and emotional level.
Detachment and Renunciation: – Shiva wearing ashes and deerskin teaches that one should keep oneself free from worldly things and desires. We need renunciation and restraint to achieve our goals.
Patience and Tolerance: – Shiva drinking poison teaches that we should face difficulties with patience and tolerance. By consuming poison, Shiva saved the creation, which gives the message that we should be ready to suffer for the welfare of others.
Self-realization and Meditation: – Shiva is called Mahayogi because he remains absorbed in meditation. It teaches that meditation and introspection are important for enlightenment and inner peace. Meditation helps us understand our true nature and find the true meaning of life.
Forgiveness: – Shiva holds a trident, but he is not only a destroyer, but he is also forgiving. It teaches that we should adopt forgiveness in our lives. Forgiving others’ mistakes brings peace and satisfaction to our lives.
Courage and Strength: – Shiva’s Rudra form and holding a trident teaches that we should face the challenges of life with courage and strength. By accepting the struggles that come in life, we get the strength to move forward.
Love and Devotion: – The relationship between Shiva and Parvati is a symbol of love and devotion. It teaches that we should give importance to love, loyalty, and devotion in our relationships. Relationships are strengthened by mutual respect and understanding.
Simplicity and Humility: – Shiva’s simple form, adorned with ashes and a snake, teaches that simplicity and humility should be adopted in life. Inner simplicity is more important than external pomp and show.
Sacrifice: –Shiva risked his life by drinking poison during the churning of the ocean. This teaches that we should be ready to renounce and sacrifice for the good of others.
Resolve: – Shiva’s meditation and penance teach us that we should be determined and resolute to achieve our goals. No matter how big the difficulties are, if our resolve is strong, we can face every challenge.
Shiva’s life and his personality teach us that by adopting self-knowledge, balance, and virtues in life, we can live a successful and balanced life.