विश्व अल्जाइमर दिवस
विश्व अल्जाइमर दिवस हर वर्ष 21 सितंबर को मनाया जाता है. यह दिन अल्जाइमर रोग और अन्य डिमेंशिया (मस्तिष्क की बीमारियाँ जो सोचने, याद रखने और व्यवहार में बदलाव लाती हैं) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है.
इस दिन की शुरुआत वर्ष 1994 में हुई थी, जब अल्जाइमर संघ ने पहली बार इसे मनाने का निर्णय लिया. इसका उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना और इसके लक्षणों, प्रभावों, और इसके प्रबंधन के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करना है.
अल्जाइमर रोग के बारे में जानकारी फैलाना, ताकि लोग इसके लक्षणों और उपचार के तरीकों को समझ सकें. रोगियों और उनके परिवारों को आवश्यक संसाधनों और समर्थन प्रदान करना. अल्जाइमर रोग के लिए अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक धन जुटाना.
विश्व अल्जाइमर दिवस का मुख्य संदेश यह है कि अल्जाइमर और अन्य डिमेंशिया से प्रभावित लोगों को समझना, सहारा देना, और उन्हें समर्थन प्रदान करना हमारे समाज की जिम्मेदारी है.
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World Alzheimer’s Day
World Alzheimer’s Day is celebrated every year on 21 September. This day is dedicated to raising awareness about Alzheimer’s disease and other dementias (brain diseases that cause changes in thinking, memory and behaviour).
This day it has started in 1994 when the Alzheimer’s Association decided to celebrate it for the first time. Its purpose is to inform people of this disease and provide information about its symptoms, effects, and ways to manage it.
To spread information about Alzheimer’s disease, so that people can understand its symptoms and treatment methods. To provide necessary resources and support to patients and their families. To raise funds needed to promote research and development for Alzheimer’s disease.
The main message of World Alzheimer’s Day is that it is the responsibility of our society to understand, support, and provide support to people affected by Alzheimer’s and other dementias.