अर्थशास्त्र से संबंधित-154.
Q: Describe the main functions of the Reserve Bank of India.? The Reserve Bank of India is India’s central bank. It performs two types of tasks: central and general banking. Central Banking Work:- 1. Issue of Letter Mudra:- The Reserve Bank has the right to issue letter money in our country. It issues all notes except one rupee note. For the issue of notes, it is mandatory to keep gold and foreign securities of Rs 200 crore in the fund. 2. Working as a banker to the government:- The Reserve Bank of India also works for the central and state governments. It receives money and payments etc. according to their orders, transfers of government funds, loans, management of foreign exchange, gives financial advice to the Central and State Governments etc. 3. Keeping the exchange rate constant:- The Reserve Bank of India keeps the country’s exchange rate constant. So that the economic development of the country continues to grow. 4. Reserve Bank – (the bank’s bank):- The Reserve Bank of India is the ultimate lender of commercial banks. He controls the credit policy of these banks. 5. Control of Credit:- To control credit and currency, the Reserve Bank of India tries to establish a balance between the demand and supply of currency and credit in the country. 6. Working of clearing house:- The Reserve Bank of India provides a facility for commercial bank clearing houses. Due to this the process of transfer of rupees to the member’s banks becomes convenient. 7. To arrange agricultural credit:- To manage agricultural credit, the Reserve Bank of India has established an agricultural credit department. The main task of which is to research the problems related to agricultural credit. 8. Collection and publication of data:- The Reserve Bank of India collects and publishes data related to currency, credit, banking, finance, agriculture industrial production etc. These statistics help in understanding various economic problems of the country. General banking related functions:- · The Reserve Bank of India accepts deposits from central and state governments and private individuals but does not pay interest on them. · The Reserve Bank of India trades at least one lakh rupees of foreign exchange from member banks. · The Reserve Bank can buy and sell agricultural bills maturing in not more than 15 months written in India and also refunds. · He can give a loan to the Central Government and State Government for a maximum period of 90 days, but this loan is given only on collateral. · Any scheduled or foreign bank can get a loan from the Reserve Bank for 30 days. · It also performs a variety of other functions. Such as gold-silver, diamond gems and securities in their custody, buying and selling precious metals etc. ========== ========= =========== प्र0 :- भारतीय रिजर्व बैंक के मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए है ? भारतीय रिजर्व बैंक भारत का केन्द्रीय बैंक है. यह दो प्रकार के कार्य सम्पन्न करता है. केन्द्रीय बैंकिग सम्बन्धी कार्य और साधारण बैंकिग सम्बन्धी कार्य. केन्द्रीय बैंकिग सम्बन्धी कार्य:- 1. पत्र मुद्र का निर्गमन करना:- हमारे देश में पत्र-मुद्रा का निर्गमन करने का अधिकार रिजर्व बैंक को प्राप्त है. एक रूपये के नोट को छोड़कर यह समस्त नोटों का निर्गमन करता है. नोट निर्गमन के लिए इसे रू0 200 करोड़ का सोना व विदेशी प्रतिभूतियाँ कोष में रखना अनिवार्य होता है. 2. सरकार के बैंकर के रूप में कार्य करना:- भारतीय रिजर्व बैंक केन्द्र तथा राज्य की सरकारों के लिए भी कार्य करता है. यह इनके आदेशानुसार धन प्राप्त तथा भुगतान आदि करता है, सरकारी कोषों का स्थानान्तरण, ऋण, विदेशी विनिमय का प्रबन्ध, केन्द्र तथा राज्य सरकारों को आर्थिक सलाह आदि देता है. 3. विनिमय दर को स्थिर रखना:- भारतीय रिजर्व बैंक देश की विनिमय दर को स्थिर रखता है. ताकि देश का आर्थिक विकास निरन्तर बढ़ता रहे. 4. रिजर्व बैंक-(बैंक का बैंक है):- भारतीय रिजर्व बैंक व्यापारिक बैंकों का अन्तिम ऋणदाता है. वह इन बैंकी की साख नीति पर नियन्त्रण रखता है. 5. साख को नियन्त्रण करना:- साख तथा मुद्रा पर नियन्त्रण करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक देश में मुद्रा तथा साख की माँग व पूर्ति के मध्य सन्तुलन स्थापित करने का प्रयास करता है. 6. समाशोधन-गृह का कार्य करना:- भारतीय रिजर्व बैंक, व्यापारिक बैंकों समाशोधन गृह की सुविधा प्रदान करता है. जिससे सदस्यों बैंको में रूपये स्थानान्तरण की प्रक्रिय सुविधाजनक हो जाती है. 7. कृषि साख की व्यवस्था करना:- कृषि साख की व्यवस्था करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने एक कृषि साख विभाग की स्थापना कर दी है. जिसका मुख्य कार्य कृषि साख से सम्बन्धित समस्याओं के बारे में अनुसन्धान करना है. 8. आँकडों का संग्रह तथा प्रकाशन:- भारतीय रिजर्व बैंक मुद्रा, साख, बैंकिग, वित्त, कृषि एवं औधोगिक उत्पादन आदि से सम्बन्धित आँकड़े एकत्रित करता और उन्हें प्रकाशित भी करता है. ये आँकड़े देश की विभिन्न आर्थिक समस्याओं को समझने में सहायता देते है. साधारण बैंकिग सम्बन्धी कार्य:- · भारतीय रिजर्व बैंक, केन्द्र तथा राज्य सरकारों एवं निजी व्यक्तिों से जमा स्वीकार करता है परन्तु उस पर ब्याज नहीं देता है. · भारतीय रिजर्व बैंक सदस्य बैंकों से कम-से-कम एक लाख रूपये के विदेशी विनिमय का क्रय-विक्रय करता है. · रिजर्व बैंक भारत में लिखे गए अधिक से अधिक 15 महीने की अवधि में परिपक्व होने वाले कृषि बिलों का क्रय-विक्रय कर सकता है तथा पुनःकटौती भी कर देता है. · वह केन्द्र सरकार व राज्य सरकार को अधिक से अधिक 90 दिन की अवधि के लिए ऋण दे सकता है, किन्तु यह ऋण जमानत पर ही दिया जाता है. · रिजर्व बैंक से कोई भी अनुसूचित या विदेशी बैंक 30 दिनों के लिए ऋण प्राप्त कर सकता है. · यह अनेक प्रकार के अन्य कार्य भी करता है. जैसे- सोने-चाँदी, हीरे-जवाहरात एवं प्रतिभूतियों को अपनी कस्टडी में रखना, बहुमुल्य धातुओं को खरीदना व बेचना आदि.
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