स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय
लाला लाजपत राय जिनका जन्म 28 जनवरी 1865 को हुआ था और मृत्यु 17 नवंबर 1928 को हुई थी, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण नेता और कार्यकर्ता थे और उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपना सार्थक योगदान दिया।
लाला लाजपत राय का जीवन संघर्षपूर्ण और सेनानी जीवन रहा है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भाग लिया और उन्होंने नॉन-कॉपरेशन आंदोलन को भी समर्थन दिया। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लोगों को जागरूक करने और उन्हें स्वतंत्रता की ओर प्रोत्साहित करने के लिए अपनी शक्तियों का उपयोग किया।
लाला लाजपत राय का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण प्रतीक के रूप में है और उन्होंने अपने जीवन में देश की स्वतंत्रता के लिए समर्थन और योगदान किया।
========== ========= ===========
गायक पंडित जसराज
पंडित जसराज भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रमुख गायकों में से एक थे। उनका जन्म 28 जनवरी 1930 को हुआ था और उनकी मृत्यु 17 अगस्त 2020 को हुई। पंडित जसराज भारतीय शास्त्रीय संगीत के ख्यातिप्राप्त गायक और संगीत गुरु थे और उन्होंने अपनी उद्गम से लेकर अंतिम दिनों तक संगीत को अपना जीवन समर्पित किया।
पंडित जसराज का गायन और गायकी कौशल दुनिया भर में मान्यता प्राप्त किया। वे खासतर सेमीक्लासिकल और ख्याल गायन के क्षेत्र में मशहूर रहे हैं।
पंडित जसराज को भारत सरकार द्वारा उनके योगदान के लिए अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया और उन्होंने भारतीय संगीत के क्षेत्र में अपनी अद्भुत योगदान के लिए यथासम्मान माना जाता है।
========== ========= ===========
पार्श्व गायिका सुमन कल्याणपुर
सुमन कल्याणपुर भारतीय संगीत की प्रसिद्ध पार्श्व गायिका थी, और उन्होंने हिंदी सिनेमा में 1950 – 60 के दौरान अपनी गायन कैरियर की शुरुआत की थी। वे बड़ी ही सुंदर आवाज़ और गाने की क्षमता के साथ जानी जाती थीं।
सुमन कल्याणपुर ने कई हिट गाने गाए और उनका संगीत कैरियर मुख्य रूप से हिंदी सिनेमा में ही सीमित नहीं रहा, बल्कि वे गुजराती, मराठी, बंगाली, और कन्नड़ सिनेमा में भी गाने गाती थीं। वो कई प्रमुख संगीत निर्माताओं और संगीतकारों के साथ काम कर चुकी थीं।
सुमन कल्याणपुर का संगीत कैरियर विशेष रूप से उनके मेलोडियस गायन के लिए याद किया जाता है।
========== ========= ===========
संगीतकार ओ. पी. नैय्यर
ओ. पी. नैय्यर एक संगीतकार थे, जो भारतीय सिनेमा के लिए संगीत बनाने में प्रसिद्ध थे। वह 1926 में पाकिस्तान के कराची में पैदा हुए थे और 2007 में दुनिया से चले गए।
ओ. पी. नैय्यर ने अपनी संगीतकारी कैरियर की शुरुआत 1952 में की और वे जल्द ही एक प्रमुख संगीतकार बन गए। उन्होंने हिन्दी सिनेमा के लिए कई प्रमुख गीतों की संगीतकारी की, और उनका संगीत आमतौर पर लोकप्रिय था।
ओ. पी. नैय्यर के प्रसिद्ध गीत: – बाबूजी धीरे चलना प्यार में ज़रा संभलना, ये लो मैं हारी पिया, कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना, लेके पहला पहला प्यार, ये देश है वीर जवानों का, उड़े जब जब ज़ुल्फ़ें तेरीरेशमी सलवार कुर्ता जाली का, इक परदेसी मेरा दिल ले गया।
ओ. पी. नैय्यर का संगीत आसान मेलोडीज़ और लोकप्रियता के लिए जाना जाता है, और उनके संगीत में उनकी ख़ास तालमेल और गाने की आवाज़ का महत्वपूर्ण भूमिका थी।