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  • मां मातंगी…

    ॐ ह्रीं ऐं भगवती मतंगेश्वरी श्रीं स्वाहा॥ दस महाविद्याओं में नौंवीं महाविद्या माँ मातंगी. जिन्हें संगीत, ज्ञान, और कलाओं की…

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  • माँ बगलामुखी…

    “ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।”  दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या…

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  • मां धूमावती…

    ।।ॐ धूमावत्यै विद्महे संहारिण्यै धीमहि तन्नो धूमा प्रचोदयात्।। दस महाविद्याओं में सातवीं महाविद्या हैं, माँ धूमावती. जिनका स्वरूप रहस्यमय, उग्र…

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  • मां छिन्नमस्ता…

    ।।ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वज्र वैरोचनिये हूं हूं फट् स्वाहा।। दस महाविद्याओं में छठी महाविद्या हैं मां छिन्नमस्ता. मां…

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  • मां भैरवी…

    ॥ॐ ह्रीं भैरवी कालौं ह्रीं स्वाहा॥ दस महाविद्याओं में से पांचवीं महाविद्या हैं मां भैरवी. उनका स्वरूप उग्र, तेजस्वी और…

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  • मां भुवनेश्वरी…

    II ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं भुवनेश्वर्यै नमः II दस महाविद्याओं में चौथी महाविद्या हैं मां भुवनेश्वरी जिन्हें जगत की…

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  • मां त्रिपुरा सुंदरी…

    ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नमः॥ दस महाविद्याओं में तीसरी प्रमुख महाविद्या हैं मां त्रिपुरा सुंदरी. जिन्हें ललिता, षोडशी,…

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  • मां तारा….

     ॐ ह्रीं स्त्रीं हूं फट् माँ तारा दस महाविद्याओं में द्वितीय स्थान पर प्रतिष्ठित हैं. जिनकी पूजा विशेष रूप से…

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  • जगन्नाथपुरी रथोत्सव…

    जगन्नाथपुरी रथोत्सव जिसे आमतौर पर रथ यात्रा भी कहा जाता है, ओडिशा के पुरी में हर वर्ष आयोजित होने वाला…

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  • मां काली…

    “ॐ क्रीं कालिकायै नमः” आमतौर पर लोग दो नवरात्रों की पूजा-आराधना करते है जबकि दो और नवरात्रों के बारे में…

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