दुनिया में होली ही एक ऐसा पर्व है जो सामुदायिक बहुलता की समरस्ता से जुड़ा हुआ है. इस पर्व में मेल-मिलाप का जो आत्मीय भाव उमड़ता है. होली रंग-राग, आनंद-उमंग और प्रेम-हर्षोल्लास का उत्सव है. होली का त्यौहार हिरण्यकश्यपु की बहन होलिका के दहन की घटना से जुड़ा है. होली को बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व माना जाता है इसलिए जब वह अपने भतीजे और विष्णु-भक्त प्रहलाद को विकृत और क्रूर मानसिकता के चलते गोद में लेकर प्रज्वलित आग में प्रविष्ट हुई तो खुद तो जलकर खाक हो गई, परंतु प्रहलाद बच गए.
संकलन: – ज्ञानसागरटाइम्स टीम.
Video Link: – https://youtu.be/pAjS4yfWvXQ