
कर्तव्य पर प्रहार…
विगत 22 जुलाई 2025 को मगध विश्वविद्यालय के नवादा जिला स्थित कन्हैया लाल साहू कॉलेज (अंगी भूत) के नवनियुक्त रसायन विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शिवचंद्र कुमार पर कायरता पूर्ण हमले के विरोध में केकेएम कॉलेज के शिक्षक संघ और शिक्षकेतर कर्मचारी संघ ने हाथ में काला पट्टी बांध कर विरोध जताया. सभी शिक्षक और कर्मचारियों ने एक स्वर में शिक्षकों की सुरक्षा की मांग की.
मौके पर शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि कदाचार रोकना अपराध नहीं कर्तव्य है, और कर्तव्य पर हमला करना कायरता. शिक्षक की गरिमा देश और समाज की गरिमा है. जहां शिक्षक डरेंगे वहां छात्र क्या सीखेंगे. डॉ. शिव चंद्र पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमला निंदनीय है. हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए. शिक्षक संघ के सचिव डॉ. दीपक कुमार ने शिक्षक पर हाथ उठाना केवल कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की आत्मा पर हमला है. अब चुपी नहीं, एकता और आवाज चाहिए. प्रो. शिवचंद कुमार चौरसिया को न्याय मिलना चाहिए. शिक्षक संघ को चाहिए कि ऐसी घटनाओं के विरुद्ध निर्णायक भूमिका निभाएं.
अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष .डॉ गौरी शंकर पासवान ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र का निर्माता होता है. उस पर हमला करना सभ्यता और समाज पर हमला है. शिवचंद कुमार जैसे सभ्य शिक्षक पर हमला शिक्षण संस्थानों की आत्मा को घायल करती है. शिक्षक पर हमला एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरी शिक्षा व्यवस्था पर हमला है. कन्हैया लाल साहू कॉलेज के शिक्षक डॉ शिवचंद्र अपने ड्यूटी से घर लौट रहे थे, कि उन पर अचानक अज्ञात लोगों ने ईंट पत्थर से हमला कर दिया. उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं. उनका इलाज पटना में चल रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंदिर में अब हिंसा नहीं सहेंगे. शिक्षक पर हमला समाज पर कलंक का टीका के समान है. यदि कदाचार रोकना अपराध है, तो शिक्षक अपने धर्म का पालन कैसे करें ? शिक्षकों की सुरक्षा हेतु सरकार और विश्वविद्यालय द्वारा ठोस नीति अपनाई जानी चाहिए. प्रशासन दोषियों की शीघ्र पहचान कर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें.
मनोविज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमोद कुमार सिंह उर्फ आमोद प्रबोधि ने कहा कि के एल साहू कॉलेज के केमिस्ट्री के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शिव चंद्र कुमार चौरसिया पर हमला शिक्षकों की गरिमा को कुचलने का दु:साहस है. कदाचार का विरोध करना शिक्षक का परम कर्तव्य है, जो समाज अपने शिक्षकों को अपमानित करता है, वह कभी उन्नति नहीं कर सकता। अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त सजा होनी चाहिए.
शिक्षक संघ के शिक्षक डॉ. डी के गोयल, डॉ सरदार राम, डॉ. अनिंदो सुंदर पोले, डॉ.सत्यार्थ, डॉ. सुदीप्त मोंडल, डॉ. विनीता मोंडल, डॉ श्वेता सिंह, डॉ. रश्मि, डॉ लिसा, डॉ कुमारी गौरी डॉ. अंसार अहमद तथा शिक्षकेतर कर्मचारी श्री कृपाल सिंह, रवीश कुमार सिंह, निरंजन कुमार सिंह सुशील कुमार, कृष्णागिरी आदि सभी ने एक स्वर में असिस्टेंट प्रोफेसर शिवचंद्र कुमार पर हमले की कड़ी निंदा की तथा दोषी अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर, उसे तत्काल सजा देने की मांग की.
प्रभाकर कुमार (जमुई).