विश्व पार्किंसंस दिवस
विश्व पार्किंसंस दिवस पार्किंसंस रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इससे पीड़ित लोगों के प्रति समर्थन प्रदर्शित करने के लिए हर साल 11 अप्रैल को मनाया जाता है. पार्किंसंस एक न्यूरोडीजेनरेटिव बीमारी है, जिसका प्रमुख प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है और यह धीरे-धीरे प्रगति करती है. इसके लक्षणों में कंपन, मांसपेशी की स्थिरता, चाल में परिवर्तन, संतुलन में कठिनाई, और आत्म नियंत्रण की हानि शामिल हैं.
विश्व पार्किंसंस दिवस का उद्देश्य इस बीमारी के प्रति आम जनता की जागरूकता बढ़ाना, रोग के उपचार और प्रबंधन के लिए अनुसंधान को प्रोत्साहित करना, और पार्किंसंस के मरीजों और उनके परिवारों को समर्थन प्रदान करना है. इस दिवस के माध्यम से, स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, रोगी संगठन, और समुदाय विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के जरिए इस बीमारी के प्रति अपनी समझ बढ़ाते हैं और इसके प्रबंधन में मदद करते हैं. इस दिवस को मनाने का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य रोगियों में आत्मविश्वास बढ़ाना और उन्हें सामाजिक तौर पर सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित करना है.
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World Parkinson’s Day
World Parkinson’s Day is celebrated every year on 11 April to raise awareness about Parkinson’s disease and show support towards people suffering from it. Parkinson’s is a neurodegenerative disease that primarily affects the brain and progresses slowly. Its symptoms include tremors, muscle immobility, gait changes, difficulty balancing, and loss of self-control.
The purpose of World Parkinson’s Day is to increase the general public’s awareness of the disease, encourage research into the treatment and management of the disease, and provide support to Parkinson’s patients and their families. Through this day, healthcare providers, patient organizations, and communities raise their understanding of the disease and help in its management through various programs and activities. Another important objective of celebrating this day is to increase self-confidence among patients and encourage them to be socially active.