विश्व मत्स्य दिवस
विश्व मत्स्य दिवस हर वर्ष 21 नवंबर को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य मत्स्य पालन और मछली संसाधनों के महत्व को रेखांकित करना और सतत मछली पालन की आवश्यकता पर जागरूकता बढ़ाना है.
वर्ष 1997 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व मत्स्य दिवस मनाया गया. यह दिवस मत्स्य पालन और जलीय पारिस्थितिकी के संरक्षण की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करता है. इसका मुख्य उद्देश्य मछुआरों और मत्स्य पालन पर निर्भर लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग को सुनिश्चित करना है. मछली लाखों लोगों के लिए प्रोटीन का प्रमुख स्रोत है. दुनिया भर में करोड़ों लोग मत्स्य पालन पर निर्भर हैं.
विश्व मत्स्य दिवस हमें याद दिलाता है कि जलीय संसाधनों का संरक्षण न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि लाखों लोगों की आजीविका और पोषण सुरक्षा के लिए भी जरूरी है.
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World Fisheries Day
World Fisheries Day is celebrated every year on 21 November. The purpose of this day is to underline the importance of fisheries and fish resources and to raise awareness of the need for sustainable fisheries.
World Fisheries Day was celebrated internationally for the first time in the year 1997. This day focuses on the need to conserve fisheries and aquatic ecology. Its main objective is to improve the lives of fishermen and people dependent on fisheries and to ensure sustainable use of natural resources. Fish is a major source of protein for millions of people. Crores of people around the world depend on fisheries.
World Fisheries Day reminds us that the conservation of aquatic resources is important not only for the environment but also for the livelihood and nutritional security of millions of people.