विश्व कपास दिवस
विश्व कपास दिवस (World Cotton Day) हर वर्ष 7 अक्टूबर को मनाया जाता है. यह दिन कपास के महत्व को उजागर करने और इसकी उत्पादन, उपयोग और कपास उद्योग के विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है.
विश्व कपास दिवस का मुख्य उद्देश्य कपास की फसल और इसके आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है. यह दिन कपास उत्पादन से जुड़े किसानों, श्रमिकों और उद्योग के अन्य सदस्यों की भूमिका को भी मान्यता देता है.
कपास एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद है जो न केवल कपड़ा उद्योग के लिए आवश्यक है, बल्कि कई देशों की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कपास की खेती लाखों किसानों के लिए आजीविका का स्रोत है और यह ग्रामीण विकास में भी सहायक है. इसके अलावा, कपास का उपयोग कपड़ों के अलावा विभिन्न औद्योगिक उत्पादों में भी किया जाता है.
विश्व कपास दिवस कपास के उत्पादन, उपयोग और इसके उद्योग में कार्यरत लोगों की महत्ता को पहचानने और इसे सस्टेनेबल बनाने के लिए जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. यह दिन किसानों को सम्मानित करने और कपास की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है.
========== ========= ===========
World Cotton Day
World Cotton Day is celebrated every year on 7 October. This day is dedicated to highlighting the importance of cotton and promoting its production, use, and development in the cotton industry.
The main objective of World Cotton Day is to spread awareness about the importance of the cotton crop and its economic, social, and environmental benefits. This day also recognises the role of farmers, workers and other industry members associated with cotton production.
Cotton is an important agricultural product that is not only essential for the textile industry but also plays an important role in the economy of many countries. Cotton cultivation is a source of livelihood for millions of farmers and is also helpful in rural development. Apart from this, cotton is also used in various industrial products apart from clothing.
World Cotton Day is an important occasion to recognize the importance of cotton production, use, and the people employed in its industry, as well as spread awareness to make it sustainable. This day provides a platform to honour farmers and promote cotton cultivation.