Dharm

माता बगलामुखी…

ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।”

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार माता पार्वती का का उग्रतम स्वरूप है माँ बगलामुखी. माता बगलामुखी देवी को हिंदू धर्म में दस महाविद्याओं में से एक के रूप में पूजा जाता है. उन्हें “पीताम्बरा” भी कहा जाता है क्योंकि उनका मुख्य रंग पीला है. बगलामुखी देवी को शक्ति और विजय की देवी माना जाता है, जो अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और उनके शत्रुओं को पराजित करती हैं.

इनका स्वरूप नवयौवना हैं और पीले रंग की सा‌‌ङी धारण करती हैं. इनके तीन नेत्र और चार हाथ हैं. सोने के सिंहासन पर विराजती हैं और सिर पर सोने का मुकुट है. स्वर्ण आभूषणों से अलंकृत है.  माता का शरीर पतला और सुंदर है. माता का रंग गोरा और स्वर्ण जैसी कांति है. माता का मुख मंडल अत्यंत सुंदर है जिस पर मुस्कान छाई रहती है जो मन को मोह लेती है.

माता  की आराधना विशेषकर शत्रुओं पर विजय पाने और कानूनी विवादों में सफलता प्राप्त करने के लिए की जाती है. माता की पूजा करने से गंभीर रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है साथ ही जीवन में आने वाली विभिन्न बाधाओं और कठिनाइयों का निवारण होता है.

विधि: –

पीले वस्त्र धारण करें और पीले आसन पर बैठें.

पीले पुष्प और पीले फल देवी को अर्पित करें.

बगलामुखी मंत्र का जप 108 बार करें.

पूजन के बाद हवन करें जिसमें घी, तिल, और अन्य हवन सामग्री का प्रयोग करें. बगलामुखी देवी की पूजा में श्रद्धा और विश्वास महत्वपूर्ण होते हैं. नियमित रूप से पूजा करने से भक्त को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

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Mata Baglamukhi…

“Om Hlim Bagalaamukhi Sarvadushtanam Vacham Mukham Padam Stambhaya Jivam Kilaya Budhim Vinashaya Hlim Om Svahaa।”

According to mythological texts, Maa Baglamukhi is the fiercest form of Maa Parvati. Maa Baglamukhi Devi is worshipped as one of the ten Mahavidyas in Hinduism. She is also called “Pitambara” because her main color is yellow. Baglamukhi Devi is considered the goddess of power and victory, who protects her devotees and defeats their enemies.

She is young and wears a yellow colored saree. She has three eyes and four hands. She sits on a golden throne and has a golden crown on her head. She is adorned with golden ornaments. Maa’s body is slim and beautiful. Maa’s complexion is fair and she has a golden glow. The face of the mother is very beautiful and has a smile on it which captivates the mind.

The worship of the mother is done especially to win over the enemies and to achieve success in legal disputes. Worshiping the mother gives relief from serious diseases and leads to a healthy life as well as various obstacles and difficulties in life are resolved.

 Vidhi: –

Wear yellow clothes and sit on a yellow seat.

Offer yellow flowers and yellow fruits to the goddess.

Chant the Baglamukhi mantra 108 times.

After worship, perform havan which uses ghee, sesame, and other havan materials. Devotion and faith are important in the worship of Baglamukhi Devi. By worshipping regularly, the devotee gets the desired result.

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