जीवन एक त्यौहार है…
जीवन एक त्यौहार है में जब पैदा हुआ
वह मेरा प्रथम त्यौहार था मां की गोद दूसरा
पिता की उंगली पकड़ना तीसरा स्कूल जाना चौथा
स्कूल में इमली का पेड़ पांचवां आम अमरुद छठा सातवां इसी तरह अन्य भींगती-पकती मसों के साथ
नौकरी ज्वाइन भी एक त्यौहार था शादी तो मेगा उत्सव हर दिन त्यौहार मान-मनुहार लोक-व्यवहार
चित्र-विचित्र क्रीड़ा-व्यवहार सभी अनूठे त्यौहार थे
मैंने पूजा की रंग खेला-उड़ेला पटाखे छोड़े बंधन तोड़े
हर बार मेरी हरकतों पर मेरे साथ कोई हंसा उसकी हर हंसी मेरे लिए एक त्यौहार थी मेरी हर हंसी उसके लिए,
फिर हमने सपनों को भी त्यौहार बनाया सपने मेरे थे
तो अल्पना उसके रंगोली में खूबसूरत रंग उसने भरे थे
हमने जीवन को त्यौहार की तरह मनाना सीखा हमारी पूंजी हंसी थी सुकून पूजा फूल प्रेम इष्टदेव हम हर त्यौहार पर इष्टदेव की पूजा करते आह्वान करते और
एक नये त्यौहार का विधान रचते जीवन एक त्यौहार ऐसा कहते और खुश रहते हैं खुशी हमारे हर त्यौहार का प्रतिफल है।
प्रभाकर कुमार.