
गंगापुर एक छोटा सा गाँव था जहाँ जीवन की गति धीमी थी. लोग खेती और पारंपरिक व्यवसायों पर निर्भर थे. जब शहरों में इंटरनेट और डिजिटल क्रांति की लहर आई, तो गंगापुर इससे अछूता रहा. गाँव के युवाओं को बेहतर अवसरों के लिए शहर की ओर पलायन करना पड़ रहा था.
एक दिन, गाँव के एक युवा लड़के, आकाश ने पहल की. उसने कुछ स्वयं-सेवकों को इकट्ठा किया और गाँव में इंटरनेट पहुँचाने के लिए प्रयास शुरू किए. शुरू में लोगों को यह सब समझ में नहीं आया, लेकिन आकाश ने उन्हें इंटरनेट के फायदे बताए – शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और दुनिया से जुड़ने के नए रास्ते.
धीरे-धीरे, लोगों ने आकाश का साथ दिया. उन्होंने मिलकर सरकार से मदद मांगी और कुछ निजी कंपनियों से संपर्क किया. आखिरकार, गंगापुर में इंटरनेट पहुँच गया. इसके बाद गाँव में एक बड़ा बदलाव आया. बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई करने लगे, किसान मौसम की जानकारी और नई कृषि तकनीकों के बारे में जानने लगे, और गाँव के कारीगर अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने लगे.
गंगापुर अब एक “डिजिटल गाँव” बन गया था. युवाओं का पलायन रुक गया और गाँव में नए अवसर पैदा हुए. इस बदलाव ने सिखाया कि नया युग तकनीक का युग है और जो इसे अपनाता है, वह विकास की राह पर आगे बढ़ता है.
शेष भाग अगले अंक में…,