अन्तरराष्ट्रीय देह व्यापार विरोधी दिवस
अंतरराष्ट्रीय देह व्यापार विरोधी दिवस, जिसे अंग्रेजी में International Day Against Trafficking in Persons कहा जाता है, हर वर्ष 26 जून को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना, इसके पीड़ितों की सहायता करना और इस अपराध को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाना है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 में इस दिन को आधिकारिक तौर पर घोषित किया.
मानव तस्करी के दुष्प्रभावों और इसके पीड़ितों की कठिनाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाना. मानव तस्करी के शिकार लोगों को समर्थन और पुनर्वास प्रदान करना. सरकारों, संगठनों और समुदायों को इस अपराध के खिलाफ सख्त कानून बनाने और उन्हें लागू करने के लिए प्रेरित करना.
महिलाओं और बच्चों को जबरन वेश्यावृत्ति में धकेला जाता है. पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को जबरन मजदूरी या घरेलू काम में लगाया जाता है. मानव अंगों की अवैध तस्करी के लिए लोगों का शोषण किया जाता है.
विभिन्न जागरूकता अभियानों, सेमिनारों और कार्यशालाओं का आयोजन करना साथ ही नशा मुक्ति रैलियों, जागरूकता अभियान और कार्यशालाओं के माध्यम से समुदायों को सक्रिय रूप से शामिल करना. तस्करी विरोधी कानूनों को सख्ती से लागू करना और तस्करों को सजा दिलाना.
संयुक्त राष्ट्र ने इस समस्या को समाप्त करने के लिए कई पहल और कार्यक्रम शुरू किए हैं. कई NGOs मानव तस्करी के शिकार लोगों की सहायता और पुनर्वास में सक्रिय रूप से शामिल हैं.
अंतरराष्ट्रीय देह व्यापार विरोधी दिवस का मुख्य उद्देश्य मानव तस्करी के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करना और इसे समाप्त करने के लिए वैश्विक प्रयासों को मजबूत करना है.
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International Anti-Prostitution Day
International Anti-Prostitution Day, known as International Day Against Trafficking in Persons, is celebrated every year on 26 June. The purpose of this day is to raise awareness against human trafficking, assist its victims, and take necessary steps to prevent this crime. The United Nations General Assembly officially declared this day in 2013.
Raise awareness about the ill effects of human trafficking and the difficulties of its victims. Provide support and rehabilitation to victims of human trafficking. Motivate governments, organizations, and communities to make and implement strict laws against this crime.
Women and children are forced into prostitution. Men, women, and children are forced into labor or domestic work. People are exploited for the illegal trafficking of human organs.
Organize various awareness campaigns, seminars, and workshops as well as actively involve communities through de-addiction rallies, awareness campaigns, and workshops. Strictly enforce anti-trafficking laws and punish traffickers.
The United Nations has launched several initiatives and programs to end this problem. Many NGOs are actively involved in the assistance and rehabilitation of victims of human trafficking.
The main objective of International Anti-Prostitution Day is to demonstrate solidarity against human trafficking and strengthen global efforts to end it.