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व्यक्ति विशेष

भाग – 291.

क्रांतिकारी लाला हरदयाल

लाला हरदयाल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांतिकारी थे. उनका जन्म 14 अक्टूबर 1884 को दिल्ली में हुआ था. वे एक विचारक, शिक्षाविद् और लेखक भी थे. लाला हरदयाल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में पूरी की और बाद में उच्च शिक्षा के लिए ऑक्सफोर्ड चले गए. हालांकि, उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अपने विरोधी दृष्टिकोण के कारण वहां से डिग्री पूरी नहीं की.

लाला हरदयाल ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ भारतीयों को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने सन् 1913 में अमेरिका में गदर पार्टी की स्थापना की, जो एक भारतीय राष्ट्रवादी संगठन था जिसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था. उनका मानना था कि भारतीयों को अपने देश की स्वतंत्रता के लिए सशस्त्र क्रांति का सहारा लेना चाहिए.

लाला हरदयाल के विचार और लेखन ने भारत में कई युवाओं को प्रेरित किया. उन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा विदेश में बिताया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय स्वतंत्रता के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश की. उन्होंने भारतीयों को शिक्षित करने और उन्हें साम्राज्यवाद के खिलाफ जागरूक करने के लिए कई पुस्तकें और लेख लिखे.

लाला हरदयाल की विरासत आज भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में याद की जाती है. उनके जीवन और कार्यों ने भारत की स्वतंत्रता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया.

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निर्देशक जोया अख्तर

जोया अख्तर एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक और निर्माता हैं, लेकिन वह एक अभिनेत्री के रूप में नहीं जानी जातीं. उन्होंने बॉलीवुड में अपने निर्देशन और लेखन कार्य के लिए पहचान बनाई. जोया का निर्देशन कैरियर बेहद सफल रहा है, और उन्होंने कई हिट फिल्में बनाई हैं.

जोया अख्तर  का जन्म 14 अक्टूबर 1972 को मुंबई में हुआ था. जोया ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा मनेच्क्जी कूपर विद्यालय, मुम्बई से की और स्नातक की पढ़ाई उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुम्बई से पूर्ण की थी. पढ़ाई पूरी होने के बाद जोया ने फिल्म निर्माण से जुडी बारीकियां सीखने के लिए न्यू यॉर्क विश्वविद्यालय चलीं गयीं. जोया ने अपने निर्देशन कैरियर की शुरुआत वर्ष 2011 में फिल्म ‘लक बाय चांस’ से की थी.

फ़िल्मे: –

ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा (2011): – यह फिल्म दोस्ती, जीवन के अनुभवों और आत्म-खोज पर आधारित है और बहुत लोकप्रिय हुई.

दिल धड़कने दो (2015): – एक परिवार की समस्याओं और उनके संबंधों पर केंद्रित इस फिल्म को भी खूब सराहा गया.

गली बॉय (2019): – यह फिल्म मुंबई की गली रैप संस्कृति पर आधारित है और इसे बहुत प्रशंसा मिली.

जोया अख्तर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने लेखकों में से एक जावेद अख्तर और हनी ईरानी की बेटी हैं, और अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर की बहन हैं.जोया अख्तर की सौतेली माँ शबाना आजमी भी बॉलीवुड का एक- मानी अभिनेत्रीं हैं. जोया अख्तर निर्देशक-कोरिओग्राफर फराह खान और निर्देशक साजिद खान की मौसेऱी बहन है.

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क्रिकेटर गौतम गंभीर

गौतम गंभीर एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता हैं. उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया और अपनी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं. गंभीर विशेष रूप से भारत को वर्ष  2007 में टी20 विश्व कप और वर्ष  2011 के क्रिकेट विश्व कप जिताने में अपने महत्वपूर्ण प्रदर्शन के लिए याद किए जाते हैं.

गौतम गंभीर का जन्म 14 अक्टूबर 1981 को नई दिल्ली में हुआ था. उनकी प्रारम्भिक शिक्षा  मॉडर्न स्कूल, नई दिल्ली में और आगे की पढ़ाई हिन्दू कॉलेज में पूरी की थी. गंभीर ने क्रिकेट खेलना 10 साल की उम्र में ही शुरू कर दिया था. गंभीर ने वर्ष 2011 में नताशा जैन से शादी की.

कैरियर: –

वर्ष  2003 में वनडे (ODI) डेब्यू किया.

वर्ष  2004 में टेस्ट डेब्यू किया.

टी20 विश्व कप 2007 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 75 रन बनाए.

वर्ष  2011 के क्रिकेट विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 97 रनों की पारी खेली, जो भारत की जीत के लिए अहम साबित हुई.

घरेलू क्रिकेट और IPL: –

गंभीर ने दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेला.

वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कप्तान रहे और उनकी कप्तानी में KKR ने वर्ष  2012 और वर्ष 2014 में IPL ट्रॉफी जीती.

क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, गंभीर ने वर्ष 2019 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा.वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.

गंभीर अपने साहसी स्वभाव और स्पष्ट विचारों के लिए भी जाने जाते हैं, चाहे वह खेल के मैदान पर हो या राजनीति में.

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अभिनेत्री विभूती शर्मा

विभूती शर्मा एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं. उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत मॉडलिंग से की और बाद में फिल्मों में अभिनय किया.

विभूती शर्मा का जन्म 14 अक्टूबर 1996 को हुआ था.  वह एक प्रसिद्ध डॉक्टर और ज्योतिषी डॉ. विभाश्री की बेटी हैं. विभूती शर्मा ने अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत फिल्म कुकी से की है. उन्हें मुख्य रूप से फिल्म तीस मार खान (2010) में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है, जिसमें उन्होंने एक सहायक भूमिका निभाई थी. हालांकि, वह फिल्म इंडस्ट्री में लंबे समय तक सक्रिय नहीं रहीं.

विभूती शर्मा का मॉडलिंग कैरियर भी सराहा गया था, और उन्होंने कई विज्ञापन अभियानों में काम किया.

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महिला शासिका रजिया सुल्तान

रजिया सुल्तान भारत की पहली और एकमात्र महिला सुल्तान थीं, जिन्होंने दिल्ली सल्तनत पर शासन किया. वह वर्ष 1236 – 40 तक दिल्ली की शासिका रहीं. रजिया सुल्तान ने अपने शासनकाल के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया और एक कुशल शासक साबित हुईं.

रजिया सुल्तान का जन्म वर्ष 1205 में हुआ था. वह गुलाम वंश (मामलुक वंश) के शासक इल्तुतमिश की बेटी थीं. उनके पिता ने अपनी क्षमता और गुणों को देखते हुए उन्हें अपने उत्तराधिकारी के रूप में चुना था, क्योंकि उनके बेटे इस जिम्मेदारी के काबिल नहीं थे. वर्ष 1236 में इल्तुतमिश की मृत्यु के बाद, रजिया सुल्तान दिल्ली की सुल्तान बनीं. उन्होंने पर्दे का त्याग किया और पुरुषों की तरह दरबार में उपस्थिति दर्ज कराई, जो उस समय के लिए असामान्य था. उन्होंने प्रशासनिक और सैन्य मामलों में सक्रिय भूमिका निभाई.

रजिया ने दिल्ली सल्तनत के विस्तार और प्रशासनिक सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने राज्य के प्रशासन में सुधार करने के लिए काबिल लोगों को उच्च पदों पर नियुक्त किया, भले ही वे गुलाम या निम्न जाति से थे. उनकी न्यायप्रियता और दृढ़ निश्चय के कारण वे जनता के बीच लोकप्रिय थीं. रजिया सुल्तान को अपने शासनकाल में कई आंतरिक विरोधों का सामना करना पड़ा. उस समय के समाज में महिलाओं के शासक बनने की अवधारणा अस्वीकार्य थी, इसलिए कुछ उमराव और उनके दरबारी उनसे असंतुष्ट थे. उनके शासन के खिलाफ बगावत हुई, खासकर तुर्की सरदारों से.

रजिया का शासनकाल अधिक समय तक नहीं चल पाया. रजिया का निधन 14 अक्टूबर 1240 को कैथल, हरियाणा में हुआ था. उन्हें अराजकता और विद्रोह का सामना करना पड़ा.

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अन्य :-

पंजाब विश्वविद्यालय: – 14 अक्टूबर 1882 में पंजाब विश्वविद्याल की स्थापना ब्रिटिश उपनिवेशवादी सरकार द्वारा लाहौर में हुई थी. भारत विभाजन के बाद  कुछ समय के लिए यह दिल्ली तथा शिमला से कार्यरत रही थी. बताते चलें कि, भारत के प्राचीन विश्वविद्यालयों में से एक है पंजाब विश्वविद्यालय. वर्तमान समय में पंजाब विश्वविद्याल चण्डीगढ़ में स्थित है.

संपदा शुल्क अधिनियम: – 14 अक्टूबर 1953 को भारत में संपदा शुल्क अधिनियम प्रभावी हुआ था. बताते चलें कि, संपदा शुल्क अधिनियम,1953 में एक नई धारा 16 ए के सम्मिलन आवंटित या एक सहकारी आवास सोसायटी द्वारा उसे काम पर रखा इमारत में मृतक के हित से संबंधित, (बाद में “मूल अधिनियम” के रूप में करने के लिए कहा गया है).

बौद्ध धर्म अपनाया: – 14 अक्टूबर 1956  को  डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने अपने तीन लाख 85 हजार अनुयायियों के साथ कोचांदा (नागपुर) में बौद्ध धर्म अपनाया था.

शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की: – 14 अक्टूबर 1997 को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फ़िलिप ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी.

राष्ट्रमंडल खेलों का समापन: – 14 अक्टूबर  2010 को 19वें राष्ट्रमंडल खेलों का समापन दिल्ली में हुआ था.

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