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व्यक्ति विशेष

भाग – 400.

मेजर सोमनाथ शर्मा

मेजर सोमनाथ शर्मा प्रथम भारतीय शहीद में से एक हैं, और उन्होंने भारतीय सेना की जान पर खेल कर अपने देश की सुरक्षा के लिए अपना जीवन न्योछावर किया.

सोमनाथ शर्मा का जन्म 31 जनवरी 1923 को जम्मू में हुआ था. उन्होंने ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीय आर्मी में सेवा की और भारत-पाकिस्तान युद्ध (1947-1948) के समय जम्मू और कश्मीर में लड़ा. मेजर सोमनाथ शर्मा 3 नवम्बर 1947 को मेजर सोमनाथ शर्मा की टुकड़ी को कश्मीर घाटी के बदगाम मोर्चे पर जाने का हुकुम मिला और उन्होंने दिन के 11 बजे तक अपनी टुकड़ी तैनात कर दी. दुश्मन की क़रीब 500 लोगों की सेना ने उनकी टुकड़ी को तीन तरफ से घेरकर हमला किया. उन्होंने अपनी पोस्ट पर शत्रुओं के खिलाफ बहुत बड़ी वीरता और संघर्षशीलता से लड़ते हुये वीरगति प्राप्त हुये.

मेजर सोमनाथ शर्मा भारतीय सेना के पहले सैनिक हैं जिन्हें परामवीर चक्र से सम्मानित किया गया. वे प्रथम भारतीय जवान थे जिन्होंने इस उच्च गौरवित सम्मान को प्राप्त किया. उनका साहस और वीरता आज भी भारतीय सेना के जवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं.

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अभिनेत्री प्रीति जिंटा

प्रीति जिंटा एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री और व्यवसायी हैं. उनका जन्म 31 जनवरी 1975 को शिमला, हिमाचल प्रदेश में हुआ था. उन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा तेलुगु, तमिल और पंजाबी फिल्मों में भी काम किया है.

प्रीति जिंटा के पिता का नाम दुर्गानंद जिंटा था, जो एक सेना अधिकारी थे और उनकी माता का नाम नीलप्रभा जिंटा है. प्रीति ने अपनी शुरुआती शिक्षा शिमला के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से हासिल की. इसके बाद उन्होंने सेंट बेडेज कॉलेज, शिमला से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री हासिल की.

प्रीति जिंटा ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत वर्ष 1998 में फिल्म ‘दिल से’ से की थी. इस फिल्म में उन्होंने एक छोटी सी भूमिका निभाई थी, लेकिन उनकी एक्टिंग ने सभी का ध्यान खींचा. उसी साल उन्होंने फिल्म ‘सोल्जर’ में मुख्य अभिनेत्री के रूप में काम किया और यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही.

प्रमुख फिल्में: – दिल से (1998), सोल्जर (1998), क्या कहना (2000), चोरी चोरी चुपके चुपके (2001), दिल चाहता है (2001), कल हो ना हो (2003), कोई मिल गया (2003), वीर-ज़ारा (2004), सलाम नमस्ते (2005), कभी अलविदा ना कहना (2006).

प्रीति जिंटा को उनकी एक्टिंग के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें –

फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री पुरस्कार (1999),

फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार (2004),

आईफा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार (2004).

प्रीति जिंटा ने 29 फरवरी 2016 को अपने अमेरिकी मित्र जीन गुडइनफ से विवाह किया और उनके दो जुड़वां बच्चे हैं- जिया और जय. प्रीति जिंटा एक सफल अभिनेत्री होने के साथ-साथ एक व्यवसायी भी हैं. वह आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब की सह-मालकिन हैं.

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अभिनेत्री अमृता अरोड़ा

अमृता अरोड़ा एक भारतीय अभिनेत्री हैं जो मुख्य रूप से बॉलीवुड में काम करती हैं. अमृता अरोड़ा का जन्म 31 जनवरी 1981 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. उनकी माता का नाम जॉयस अरोड़ा है और उनकी एक बड़ी बहन हैं, मलाइका अरोड़ा, जो कि एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं. अमृता ने अपनी शिक्षा स्वामी विवेकानंद हाई स्कूल, चेंबूर, मुंबई से पूरी की है.

अमृता ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत वर्ष 2002 में फिल्म “कितने दूर कितने पास” से की. उनकी कुछ लोकप्रिय फिल्मों में “आवारा पागल दीवाना”, “गर्लफ्रेंड”, “शादी नंबर 1”, और “कैम्बाक” शामिल हैं.

अमृता अरोड़ा ने वर्ष  2009 में शकील लडक से शादी की, जो एक व्यवसायी हैं. उनके दो बच्चे हैं, अजान और रियान. उन्होंने कई रियलिटी टीवी शो में भी भाग लिया है.

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बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री कृष्ण सिंह

डॉ. श्रीकृष्ण सिंह, जिन्हें लोग आमतौर पर कृष्ण सिंह के नाम से जानते हैं, बिहार के पहले मुख्यमंत्री थे. उनका जन्म 21 अक्टूबर 1887 को मुंगेर ज़िला में हुआ था और वह स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक थे. उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और महात्मा गांधी के नेतृत्व में कई आंदोलनों में सक्रिय रूप से भाग लिया.

वर्ष 1946 में, जब भारत स्वतंत्रता की ओर बढ़ रहा था, कृष्ण सिंह बिहार के पहले मुख्यमंत्री बने और 1961 तक इस पद पर रहे. उनके कार्यकाल को बिहार के विकास और सामाजिक सुधारों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. उन्होंने बिहार में शिक्षा और कृषि क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दिया, उनके प्रयासों से बिहार में कई शैक्षिक संस्थानों की स्थापना हुई, इसके अलावा, उन्होंने सामंती व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई और जमींदारी उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका बेहद प्रभावशाली रही. वह महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे और उनके आदर्शों को बिहार में लागू करने के प्रयास करते रहे. उनके नेतृत्व में बिहार ने स्वतंत्रता के बाद सामाजिक और आर्थिक बदलाव देखे. श्रीकृष्ण सिंह का निधन 31 जनवरी 1961 को हुई थी.

श्रीकृष्ण सिंह को “बिहार केसरी” के नाम से भी जाना जाता है और वह बिहार की राजनीति में एक महान व्यक्तित्व के रूप में याद किए जाते हैं. उनके योगदान ने राज्य और देश दोनों में महत्वपूर्ण छाप छोड़ी.

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सुर सम्राज्ञी सुरैया

सुर सम्राज्ञी सुरैया भारतीय सिनेमा की प्रमुख गायिका और अभिनेत्री थीं, जो बॉलीवुड के स्वर्गीय कलाकारों में से एक थीं. उनका जन्म 15 जून 1929 को लाहौर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था और उनकी मौत 31 जनवरी 2004 को हुई थी.

सुरैया का गायन क्षेत्र में बड़ा ही प्रमुख स्थान था, और वे भारतीय सिनेमा के सुने जाने वाले गायक-गायिकाओं में से एक थीं. उन्होंने कई हिट गाने गाए: –

तू मेरा चाँद है, दिल इ नादान तुझे हुआ क्या, ओ दूर जाने वाले, मान मोरा मतवाला और बिगड़ी बनाने वाले. 

सुरैया ने भी अभिनय करने का संवेदनशीलता और कौशल दिखाया, और उन्होंने कई हिट फ़िल्मों में अभिनय किया.

फ़िल्म: – हमारी बात, जीत, कमल के फूल, खिलाड़ी, दो सितारे,मिर्ज़ा ग़ालिब और शमा.

उनका अभिनय और गायन सिनेमा के इतिहास में महत्वपूर्ण रूप से मान्यता प्राप्त है.

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