दीपावली शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है, “दीप” का अर्थ होता है “दिया” और “आवली” का अर्थ होता है “ लाइन, श्रृंखला या पंक्ति. हिंदू दर्शन में योग और वेद के अनुसार इस भौतिक शरीर और मन से परे इस जहां में जो कुछ है वो शुद्ध अनंत, और शाश्वत है जिसे आत्मा कहा जाता है. दीपावाली, आध्यात्मिक अंधकार पर आंतरिक प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान, असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई का उत्सव (पर्व) कहा जाता है.
पद्म और स्कन्द पुराण में भी दीपावली का उल्लेख मिलता है. स्कन्द पुराण के अनुसार दीपक (दिया) को सूर्य के हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाला माना गया है, सूर्य जो जीवन के लिए प्रकाश और ऊर्जा का श्रोत माना गया है. दीपावली या दिवाली को रौशनी का त्यौहार कहा जाता है. भारतवर्ष में मनाये जाने वाले सभी त्योहारों में दीपावली का सामजिक, धार्मिक और आर्थिक महत्व होता है.
संकलन: – ज्ञानसागरटाइम्स टीम.
Video link: – https://youtu.be/3ibEYHA99LE