टेक्नोलॉजी के युग में गिरते पढ़ाई के स्तर…
टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन के हर पहलू को बदल दिया है. शिक्षा भी इससे अछूती नहीं रही है. स्मार्टफोन, टैबलेट और इंटरनेट ने शिक्षण के तरीकों को बदल दिया है. लेकिन साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि तकनीक के बढ़ते उपयोग के साथ पढ़ाई का स्तर गिर रहा है.
छात्रों को अब किसी भी विषय पर जानकारी प्राप्त करने के लिए पुस्तकालय जाने की जरूरत नहीं है। वे इंटरनेट के माध्यम से आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ऑनलाइन पाठ्यक्रम और ऐप्स छात्रों को अधिक इंटरैक्टिव तरीके से सीखने में मदद करते हैं. छात्र अब दुनिया भर के शिक्षकों और छात्रों से जुड़ सकते हैं.
सोशल मीडिया और गेम्स जैसे डिजिटल विकर्षण छात्रों का ध्यान पढ़ाई से हटाते हैं. इंटरनेट पर इतनी अधिक जानकारी उपलब्ध है कि छात्रों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी को अलग करना मुश्किल हो जाता है. तकनीक के अधिक उपयोग से छात्र शारीरिक गतिविधियों से दूर होते जा रहे हैं, जिसका उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. तकनीक पर निर्भरता छात्रों की रचनात्मकता को कम कर सकती है. ऑनलाइन इंटरैक्शन वास्तविक जीवन के सामाजिक कौशल के विकास में बाधा डाल सकते हैं.
तकनीक के आगमन से शिक्षकों की भूमिका बदल गई है. अब उन्हें छात्रों को जानकारी देने के बजाय, उन्हें सोचने और समस्याओं को हल करने के लिए प्रेरित करना होता है. पाठ्यक्रम को तकनीक के युग के अनुरूप बनाने की आवश्यकता है. माता-पिता को अपने बच्चों की पढ़ाई में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए और उन्हें तकनीक के उपयोग पर नियंत्रण रखना चाहिए. कई स्कूलों में अभी भी इंटरनेट कनेक्टिविटी और अन्य आवश्यक उपकरणों की कमी है.
तकनीक का उपयोग शिक्षा में एक उपकरण के रूप में किया जाना चाहिए, न कि इसका विकल्प. छात्रों को डिजिटल साक्षरता सिखाई जानी चाहिए ताकि वे तकनीक का सही उपयोग कर सकें. पाठ्यक्रम को तकनीक के युग के अनुरूप बनाया जाना चाहिए. शिक्षकों को तकनीक का उपयोग शिक्षण में करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. माता-पिता को तकनीक के उपयोग के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए और उन्हें अपने बच्चों की पढ़ाई में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए.
स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी और अन्य आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए. टेक्नोलॉजी ने शिक्षा के क्षेत्र में कई नए अवसर प्रदान किए हैं, लेकिन साथ ही कुछ चुनौतियां भी पैदा की हैं. हमें तकनीक का उपयोग शिक्षा में एक सकारात्मक तरीके से करना सीखना होगा। शिक्षकों, माता-पिता और छात्रों को मिलकर काम करना होगा ताकि तकनीक का उपयोग करके शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाया जा सके.
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Falling levels of studies in the age of technology…
Technology has changed every aspect of our lives. Education has also not remained untouched by this. Smartphones, tablets and the Internet have changed the methods of teaching. But at the same time, it is also being seen that the level of studies is falling with the increasing use of technology.
Students no longer need to go to the library to get information on any subject. They can easily access information through the Internet. Online courses and apps help students learn more interactively. Students can now connect with teachers and students from around the world.
Digital distractions such as social media and games divert students’ attention from their studies. There is so much information available on the Internet that it becomes difficult for students to isolate important information. Excessive use of technology is taking students away from physical activities, which harms their mental health. Dependence on technology can reduce students’ creativity. Online interactions can hinder the development of real-life social skills.
The role of teachers has changed with the advent of technology. Now instead of giving information to the students, they have to motivate them to think and solve problems. The curriculum needs to be made in line with the age of technology. Parents should play a more active role in their children’s studies and they should control the use of technology. Many schools still lack internet connectivity and other necessary equipment.
Technology should be used as a tool in education, not a substitute. Students should be taught digital literacy so that they can use technology properly. The curriculum should be made in line with the age of technology. Teachers should be trained to use technology in teaching. Parents should be made aware of the use of technology and they should play a more active role in the studies of their children.
Availability of internet connectivity and other necessary equipment should be ensured in schools. Technology has provided many new opportunities in the field of education but has also created some challenges. We have to learn to use technology in a positive way in education. Teachers, parents and students have to work together to improve the level of education using technology.