हिन्दू पंचांग अनुसार कार्तिक का महिना साल का आठवां महिना होता है. सनातन धर्मालम्बियों के लिए महीने की हर पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. वहीँ कार्तिक महीने के पूर्णिमा का महत्व सबसे ज्यादा होता है. कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुर पूर्णिमा भी कहा जाता है. बताते चलें कि, कार्तिक के महीने को भगवान विष्णु का मास कहा जाता है. पौराणिक ग्रंथ जैसे स्कन्द पुराण, नारद पुराण और पद्म पुराण में कार्तिक मास का विस्तार से वर्णन किया गया है.
विश्व का सबसे प्राचीन शहर काशी में कार्तिक पूर्णिमा के दिन माँ गंगा की पूजा कर घाट के किनारे लाखों दीपक जलाकर माँ गंगा को सम्मान दिया जाता है. गंगा किनारे ऐसा महसूस होता है कि पूरी आकाश ही गंगा में उतर गई हो. बताते चलें कि, देवदिवाली परम्परा की शुरुआत वर्ष 1915 में पंचगंगा घाट पर हजारों दिए जलाकर इसकी शुरुआत की गई थी. प्राचीन परम्परा और संस्कृति में आधुनिकता का शुरुआत कर विश्वस्तर पर एक नये अध्याय का आविष्कार किया था. माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवतागण दिवाली मनाते हैं व इसी दिन देवताओं का काशी में प्रवेश हुआ था.
संकलन : – सुनील कुमार.
Video Link: – https://youtu.be/R8sO319mjNM



