story
-
सुरमई शाम…
आरव अपने स्केच को ध्यान से देख रहा था। वह चेहरा अभी भी अधूरा था, लेकिन उसमें एक अनकही कहानी…
Read More » -
सुरमई शाम…
वह शाम कुछ अलग थी. खिड़की से छनकर आता नारंगी-गुलाबी प्रकाश कमरे को किसी चित्र की तरह रंग रहा था.…
Read More » -
सुरमई शाम-1.
शहर के एक पुराने मोहल्ले की तंग गलियों में, नुक्कड़ पर एक छोटी-सी चाय की दुकान थी. शाम होते ही…
Read More » -
सुरमई शाम…
सुरमई शाम—वह पल जब आसमान हल्का गुलाबी और नारंगी रंगों से भर जाता है, एक जादुई एहसास सा घिर जाता…
Read More » -
अंतिम विदाई…
स्थान: – यमुना नदी का घाट, सुबह 4:30 बजे कोहरे में लिपटी सुबह, पक्षियों का मौन अस्थियों का अंतिम सफर…
Read More » -
नई शुरुआत
स्थान: – अस्पताल की छत, सुबह 5:17 बजे पहली किरणों वाली भोर, कोयल की आवाज़ कागज पर उतरता उजाला नलिन…
Read More » -
डॉ. आर्यन का पर्दाफाश
स्थान: – अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड रूम, रात के 11:37 बजे टिमटिमाती ट्यूबलाइट, कंप्यूटर स्क्रीन की नीली रोशनी अनधिकृत खोज…
Read More » -
यादों का मोज़ेक
स्थान: अस्पताल के गार्डन में बेंच, शाम 5:45 बजे सूरज की आखिरी किरणें, चिड़ियों का शोर कैफे की रसीद गायत्री…
Read More » -
टूटे हुए सपनों का पुनर्जन्म)
स्थान: – मनोरोग अस्पताल का सनरूम, सुबह 10:23 बजे धूप में नमी, खिड़की से झाँकता नीम का पेड़ शीशे में…
Read More » -
समय की मार…
गायत्री का असंभव चयन दिल्ली अस्पताल के कॉरिडोर में गायत्री के हाथ में दो चिट्ठियाँ थीं- मुंबई का ऑफर लेटर…
Read More »