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बैकुंठ चतुर्दशी

ओम श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि, तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्।

बैकुंठ चतुर्दशी जो कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की विशेष पूजा का महत्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने भगवान शिव को बैकुंठ धाम का महत्त्व समझाया था और शिव ने विष्णु को वरदान दिया था कि इस तिथि पर उनकी पूजा करने से बैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है.

पूजा-विधि: –

  1. स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें,
  2. भगवान श्री हरि विष्णु और शिव जी का जलाभिषेक करें,
  3. शिव जी का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें,
  4. अब विष्णु जी को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें,
  5. शिव जी को सफेद चंदन, धतूरा, बिल्व पत्र, भांग, और सफेद पुष्प अर्पित करें,
  6. मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें.

इस दिन श्रद्धालु सुबह स्नान कर व्रत रखते हैं और शिव एवं विष्णु की पूजा करते हैं. वाराणसी में गंगा नदी के किनारे स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में इस दिन का खास महत्त्व है, और वहां भक्तजन दीपदान करते हैं.बैकुंठ चतुर्दशी के दिन गंगा में दीपदान करने से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

ध्यान दें: –

विष्णु भगवान को बेलपत्र और शिवजी को कमल के फूल अर्पित करें. इसके बाद मंत्र जाप और व्रत कथा का पाठ करें. जब पूजा समाप्त हो तब भगवान विष्णु और शंकर के समक्ष भूल चूक के लिए माफी मांगे.

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर विधिपूर्वक पूजा करता है, उसे विष्णु लोक यानी बैकुंठ की प्राप्ति होती है, और वह जीवन-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है.

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Vaikunth Chaturdashi…

Om Shri Vishnuve Cha Vidmahe Vaasudevay Dheemahi, Tanno Vishnu Prachodayat

Vaikunth Chaturdashi is celebrated on the Chaturdashi Tithi of Kartik Shukla Paksha. On this day, special worship of Lord Vishnu and Lord Shiva is important. It is believed that on this day Lord Vishnu explained the importance of Vaikunth Dham to Lord Shiva and Shiva gave a boon to Vishnu that by worshipping him on this date, one attains Vaikunth Lok.

Puja Method: –

  1. Take a bath and clean the temple.
  2. Perform Jalabhishek of Lord Shri Hari Vishnu and Lord Shiva.
  3. Anoint Lord Shiva with Panchamrit and Gangajal.
  4. Now offer yellow sandalwood and yellow flowers to Vishnu.
  5. Offer white sandalwood, dhatura, bilva patra, bhang, and white flowers to Lord Shiva.
  6. Light a ghee lamp in the temple.

On this day, devotees take a bath in the morning observe a fast and worship Shiva and Vishnu. This day has special importance in the Kashi Vishwanath temple located on the banks of the river Ganges in Varanasi, and devotees offer lamps there. By offering lamps in the Ganges on the day of Vaikunth Chaturdashi, all sins are destroyed and one attains salvation.

Note: –

Offer Belpatra to Lord Vishnu and lotus flowers to Lord Shiva. After this, chant mantras and recite the Vrat Katha. When the puja is over, apologize to Lord Vishnu and Shankar for your mistakes.

According to mythological beliefs, the person who observes a fast on this day and worships according to the rituals attains Vishnu Loka i.e. Vaikuntha, and becomes free from the cycle of life and death.

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