
कवि श्रीधर पाठक
कवि श्रीधर पाठक एक हिंदी कवि और साहित्यकार थे. उन्होंने भारतीय साहित्य के कई प्रमुख काव्य और निबंध रचनाओं का निर्माण किया और उनका योगदान हिंदी साहित्य में महत्वपूर्ण माना जाता है.
कवि श्रीधर पाठक का जन्म 11 जनवरी, 1860 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा गोरखपुर और वाराणसी के विभिन्न कॉलेजों से प्राप्त की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स डिग्री प्राप्त की. कवि श्रीधर पाठक की कविताएं और लेखने उनके भावनाओं, भारतीय संस्कृति और समाज के विभिन्न पहलुओं को सुंदरता के साथ व्यक्त करती थीं. उनकी कविताओं में प्राकृतिक सौंदर्य, मानवता, और दर्शनिक विचार प्रकट होते थे.
प्रमुख कृतियाँ: –
“किरणों का उदय” – इस काव्य कृति में वे प्रकृति की सुंदरता और उसके निरंतर बदलने वाले स्वरूप को चित्रित करते हैं.
“अरुण यात्रा” – यह काव्य कृति भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाती है और भारतीय दर्शन के अद्भुत प्रतिष्ठानों का वर्णन करती है.
“सरोवर पर” – इस काव्य में कवि ने प्राकृतिक सौंदर्य को और भी महत्वपूर्ण रूप से प्रस्तुत किया है.
श्रीधर पाठक का निधन 13 सितम्बर 1928 को हुआ था. कवि श्रीधर पाठक का काव्य और निबंध साहित्य में महत्वपूर्ण हैं और उनकी रचनाएँ भारतीय साहित्य के स्वर्णिम अंश में शामिल होती हैं. उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से समाज को सामाजिक और मानविक मुद्दों के प्रति जागरूक किया और भारतीय साहित्य को एक नए दिशा में ले जाने में मदद की.
========== ========= ===========
महिला जासूस सरस्वती राजामणि
महिला जासूस सरस्वती राजामणि एक भारतीय जासूस थीं जिन्होंने भारतीय गुप्तचर एजेंसी के लिए काम किया था. उनका जन्म 1927 में हुआ था और उनकी मौत 13 जनवरी 2018 को हुई थी. सरस्वती राजामणि को भारतीय गुप्तचर एजेंसी (RAW) की पहली महिला जासूस के रूप में जाना जाता है.
सरस्वती राजामणि ने अपने जीवन के दौरान कई महत्वपूर्ण जासूसी मिशन्स पर काम किया और विभिन्न देशों में गुप्तचर के काम की जिम्मेदारी संभाली. उन्होंने अपने जीवन के दौरान कई बड़े खतरनाक काम किए और देश की सुरक्षा में अपना योगदान दिया.
सरस्वती राजामणि की कहानी उनके साहसी और समर्पित जीवन का प्रतीक है, जिन्होंने अपने देश के लिए सेवा करने का निरंतर संकल्प बनाया और जासूसी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया. उनकी कड़ी मेहनत, ब्रेवरी और संकल्प की कहानी एक प्रेरणास्पद है और उन्हें भारतीय गुप्तचर एजेंसी की एक महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है.
========== ========= ===========
राजनीतिज्ञ शिबु सोरेन
शिबु सोरेन एक भारतीय राजनीतिज्ञ और झारखंड के प्रसिद्ध आदिवासी नेता हैं. उनका जन्म 11 जनवरी 1944 को झारखंड के हजारीबाग जिले (अब साहिबगंज जिले) के नेमरा गांव में हुआ था. शिबु सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. उन्हें झारखंड के राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है.
शिबु सोरेन का जन्म एक संथाल आदिवासी परिवार में हुआ था. उनके पिता सोबरन मणि का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान था. उन्होंने अपने शुरुआती जीवन में आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष किया. वर्ष 1970 के दशक में, शिबु सोरेन ने झारखंड के लिए अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की स्थापना की, जो आदिवासी समुदाय के हक और अधिकारों के लिए एक प्रमुख राजनीतिक संगठन बना.
शिबु सोरेन कई बार सांसद चुने गए. उन्होंने भारतीय संसद के लोकसभा में झारखंड का प्रतिनिधित्व किया. वे केंद्रीय कोयला मंत्री भी रह चुके हैं. झारखंड राज्य के गठन के बाद, वे झारखंड के मुख्यमंत्री भी बने. शिबु सोरेन को “गुरुजी” के नाम से भी जाना जाता है, जो उनके प्रति आदिवासी समुदाय के सम्मान को दर्शाता है. उन्होंने झारखंड के आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के मुद्दों पर काम किया.
शिबु सोरेन ने झारखंड की राजनीति और आदिवासी आंदोलन को नई दिशा दी. वे झारखंड के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं और उनके योगदान को राज्य की राजनीति में मील का पत्थर माना जाता है. उनका जीवन संघर्ष, नेतृत्व और आदिवासी समुदाय के प्रति समर्पण का प्रतीक है.
========== ========= ===========
राजनीतिज्ञ बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी एक भारतीय राजनेता हैं और झारखंड राज्य के प्रमुख राजनीतिज्ञ में से एक हैं. वह झारखंड विकास मोर्चा के संस्थापक हैं और इस पार्टी के नेता के रूप में कार्यरत हैं.
बाबूलाल मरांडी का जन्म 11 जनवरी 1958 को झारखंड के सहिबगंज जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था. उन्होंने अपनी पढ़ाई के बाद डॉक्टरी की डिग्री प्राप्त की और फिर राजनीतिक कैरियर की ओर बढ़ते हुए भारतीय बीजेपी के सदस्य बने.
उन्होंने झारखंड राज्य के विकास और आदिवासी समुदायों के हित में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. उन्होंने झारखंड के प्रमुख मुद्दों पर काम किया है, जैसे कि आदिवासी समुदायों के अधिकार, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामना, और राज्य के विकास में सही दिशा में योगदान करने के लिए कई योजनाएँ बनाई हैं.
बाबूलाल मरांडी को झारखंड राज्य की राजनीतिक स्कीम में एक महत्वपूर्ण और प्रमुख नेता के रूप में जाना जाता है और उनकी पार्टी झारखंड राज्य की सीएम की पद के लिए चुनाव लड़ती है.
========== ========= ===========
क्रिकेट खिलाड़ी राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं और भारतीय क्रिकेट के एक बड़े और प्रमुख नामों में से एक हैं. वह 11 जनवरी 1973 को इंदौर, मध्य प्रदेश, भारत में पैदा हुए थे. राहुल द्रविड़ का उपनाम “द्रविड़” है, और उन्हें “द्रविड़ दीवान” के नाम से भी जाना जाता है.
राहुल द्रविड़ ने अपने क्रिकेट कैरियर के दौरान भारतीय क्रिकेट को कई महत्वपूर्ण जीतें दिलाई और वे भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल बैट्समैनों में से एक हैं. वे एक प्रमुख बैट्समैन के रूप में तीन विश्व कप टूर्नामेंट्स (वर्ष 1999, 2003, और 2007) में भाग लिए और भारत को अपने बैटिंग के माध्यम से कई बड़े मैच जीतने में मदद की.
राहुल द्रविड़ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर वर्ष 1996 में शुरू हुआ था और 2012 में वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 164 मैच खेले और वनडे इंटरनेशनल मैचों में 344 मैच खेले.
राहुल द्रविड़ को उनकी बैटिंग की श्रेष्ठता, ताकतवर बैट्समैनशिप, और अद्वितीय समर्पण के लिए प्रसिद्ध किया जाता है. उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्होंने भारत को कई बड़े जीतों में ले जाया. उन्हें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक लगंगे समय के सर्वश्रेष्ठ बैट्समैनों में गिना जाता है.
क्रिकेट के अलावा, राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट के प्रशासनिक और प्रशासनिक कार्यों में भी अपना योगदान दिया है, और उन्हें बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड) के अध्यक्ष के रूप में भी देखा गया है.
========== ========= ===========
अभिनेत्री तारा शर्मा
तारा शर्मा एक भारतीय अभिनेत्री, मॉडल और निर्माता हैं, जो हिंदी फिल्मों और टेलीविजन में अपने काम के लिए जानी जाती हैं. वह अपनी अभिनय प्रतिभा और सामाजिक मुद्दों पर आधारित टीवी शो “The Tara Sharma Show” के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं.
तारा शर्मा का जन्म 11 जनवरी 1977 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. उनके पिता पार्थो शर्मा एक लेखक और कॉपीराइटर थे, और उनकी मां सुसान शर्मा एक ब्रिटिश नागरिक हैं. तारा ने अपनी शिक्षा प्रतिष्ठित लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से की, जहां उन्होंने मैनेजमेंट की पढ़ाई की. तारा शर्मा ने बॉलीवुड में वर्ष 2002 में फिल्म “ओम जय जगदीश” से डेब्यू किया.
फ़िल्में: –
“साया” (2003): – जॉन अब्राहम के साथ.
“मस्ती” (2004): – एक कॉमेडी फिल्म, जिसमें उनका किरदार पसंद किया गया.
“पेज 3” (2005): – मधुर भंडारकर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में उन्होंने एक प्रभावी भूमिका निभाई.
“खोसला का घोसला” (2006): – एक समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फिल्म, जिसमें उनका अभिनय सराहा गया.
टेलीविजन: –
तारा शर्मा ने अपनी टीवी सीरीज “The Tara Sharma Show” की मेजबानी और निर्माण किया. यह शो माता-पिता, बच्चों, और परिवार से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है. यह शो तारा के निजी अनुभवों पर आधारित है और कई माता-पिता के लिए प्रेरणादायक है.
तारा शर्मा ने रोहित रॉय से शादी की, जो एक क्रिएटिव डायरेक्टर हैं. उनके दो बेटे हैं, और वह अपने शो में अक्सर परिवार और मातृत्व से जुड़े अनुभव साझा करती हैं. उन्होंने सामाजिक मुद्दों जैसे बच्चों की शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए काम करती हैं. उनका शो एक ऐसा मंच बन गया है, जो इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा करता है.
तारा शर्मा अपनी सादगी और वास्तविकता के लिए जानी जाती हैं. वह फिल्मों के साथ-साथ एक सफल एंटरप्रेन्योर और होस्ट के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं. उनका शो विभिन्न टीवी चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है और इसे व्यापक रूप से सराहा गया है.
तारा शर्मा न केवल एक अभिनेत्री बल्कि एक विचारशील सामाजिक कार्यकर्ता और प्रभावशाली व्यक्तित्व भी हैं.
========== ========= ===========
अभिनेत्री अंजू महेन्द्रू
अंजू महेन्द्रू जिनका जन्म 11 जनवरी, 1946 को हुआ था, एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं. वह भारतीय सिनेमा के दौरान वर्ष 1980 -90 के दशक में अपनी कैरियर की शुरुआत की थी और कई हिंदी फिल्मों में अभिनय किया.
कुछ महत्वपूर्ण फिल्में जिनमें अंजू महेन्द्रू ने काम किया है, वह हैं:
“सिलसिला” (1981) – इस फिल्म में वह अमिताभ बच्चन और रिंकी ख़ान्ना के साथ मुख्य भूमिका में नजर आई थी.
“चांदनी” (1989) – इस फिल्म में उन्होंने चांदनी के किरदार में अपने प्रशंसा के लिए प्रसिद्ध हुई थी और उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट अक्ट्रेस का पुरस्कार मिला था.
“विदाई” (1989) – यह फिल्म भी उनके कैरियर में महत्वपूर्ण रोल में थी और उन्हें प्रशंसा मिली थी.
अंजू महेन्द्रू ने अपने अभिनय के लिए प्रशंसा प्राप्त की और उन्होंने अपनी अद्वितीय प्रस्तुति के लिए जाने जाते हैं.
========== ========= ===========
अभिनेत्री अनु अग्रवाल
अनु अग्रवाल एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं, जो अपने कैरियर की शुरुआत 1990 के दशक में की थी. वे बॉलीवुड की फिल्मों में काम करती थीं और उन्होंने कुछ प्रमुख फिल्मों में अभिनय किया.
फिल्में: –
“आशिकी” (1990) – यह फिल्म उनके करियर की सबसे प्रमुख फिल्म थी, जिसमें वे मुख्य भूमिका में थीं और उन्होंने एक पॉप सिंगर की भूमिका निभाई थी.
“किंग उंगली चाली जाएंगे” (1993) – इस फिल्म में भी उन्होंने मुख्य भूमिका में अभिनय किया था.
अनु अग्रवाल के बाद उन्होंने फिल्मों में काम करना बंद कर दिया और अब वे योग और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने दृष्टिकोण को समर्थित कर रही हैं.
========== ========= ===========
अभिनेत्री रेखा कामत
रेखा कामत जिन्हें अक्षय कुमार और अनुपम खेर के साथ 1986 में रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म “आपने क्या किया” के लिए जाना जाता है, एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं. उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में काम किया है और उनकी अभिनय की प्रशंसा की जाती है. रेखा कामत अपने सहज और प्रभावशाली अभिनय के लिए जानी जाती हैं.
अभिनेत्री रेखा कामत का जन्म वर्ष 1932 में हुआ था. उनका वास्तविक नाम कुमुद सुख्तंकर है. उन्होंने फिल्म लेखक सी. आर. कामत से शादी की थी. उनकी बहन चित्रा नवाथे भी एक प्रसिद्ध मराठी अभिनेत्री थीं. दोनों बहनों ने मराठी सिनेमा के स्वर्ण युग का प्रतिनिधित्व किया था. रेखा कामत की पहली फिल्म 1952 में रिलीज़ हुई ‘लखची गोश्त’ थी
फ़िल्में: –
आपने क्या किया (1986)
सौगंध (1991)
क्या खोया क्या पाया (1999)
दिल है तुम्हारे (2000)
मैं अपनी सवाली हूँ (2004)
रेखा कामत ने मराठी और हिंदी फिल्मों के साथ-साथ टेलीविजन धारावाहिकों में भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं. उनकी भूमिकाएं अक्सर पारंपरिक और परिवारिक किरदारों पर आधारित होती हैं, जो दर्शकों से गहराई से जुड़ती हैं. रेखा कामत ने कई वर्षों तक मराठी रंगमंच में काम किया और वहीं से अपने कैरियर की शुरुआत की थी.
रेखा कामत का निधन 11 जनवरी 2022 को मुंबई में हुआ था.. उनका अभिनय कैरियर मराठी और हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर का हिस्सा रहा है.
========== ========= ===========
कैलाश सत्याशर्थी
कैलाश सत्याशर्थी एक प्रमुख भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने बचपन बचाओ आंदोलन के लिए अपना जीवन समर्पित किया है. उन्होंने बचपन में अधिकांश समय गरीब और उपेक्षित बच्चों के साथ बिताया और उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए लड़ा. कैलाश सत्याशर्थी का जन्म 11 जनवरी 1954 को विदिशा, मध्य प्रदेश में हुआ था.
कैलाश सत्यार्थी को वर्ष 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जिसका सम्मान उन्हें उनके सतत और संघर्षपूर्ण काम के लिए मिला. उन्होंने भारतीय बच्चों की जीवन और शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं और उनके काम ने विश्वभर में बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाई है.
कैलाश सत्यार्थी ने “बचपन बचाओ आंदोलन” की संवाददाता और नेतृत्व किया है, और उन्होंने बच्चों के शोषण और श्रमिकता के खिलाफ आवाज़ बुलंद की है.
========== ========= ===========
राजनीतिज्ञ लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर शास्त्री भारतीय गणराज्य के दूसरे प्रधानमंत्री थे. उनका जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगालसराय जिले के बबरु परिवार में हुआ था. वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक थे और महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बने.
लाल बहादुर शास्त्री वर्ष 1964 में भारतीय प्रधानमंत्री बने थे. उनके प्रधानमंत्री बनने के समय, भारत-पाकिस्तान युद्ध (वर्ष 1965 भारत-पाक युद्ध) का समय था और उन्होंने युद्ध के दौरान भारतीय सेना को सशक्त करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए. उनका उपनाम “जय जवान जय किसान” था, जिसे वे भारतीय समृद्धि और अपादकी की दिशा में अपने नीतियों के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करते थे.
लाल बहादुर शास्त्री 11 जनवरी 1966 को तशकेंद में अपने निवास स्थल पर अचानक निधन हो गया. उनकी मृत्यु एक ही दिन में उनके पदक्षेप द्वारा पाकिस्तान के साथ टशकेंद में आयोजित शिमला समझौते के परिणामस्वरूप हुई थी. उनकी मृत्यु एक महत्वपूर्ण कारक बनी और उन्हें भारतीय इतिहास के महान नेता में शामिल किया गया.
========== ========= ===========
गायक राम चतुर मल्लिक
राम चतुर मल्लिक भारतीय शास्त्रीय संगीत के ध्रुपद शैली के प्रमुख गायक थे. वे दरभंगा घराने से संबंध रखते थे, जो ध्रुपद गायकी के चार प्रमुख घरानों में से एक है. ध्रुपद भारतीय शास्त्रीय संगीत की एक प्राचीन शैली है, और राम चतुर मल्लिक इसके विशेष रूप से प्रशंसनीय कलाकार माने जाते थे. उनका जन्म बिहार के दरभंगा क्षेत्र में हुआ था, जो ध्रुपद गायकी का प्रमुख केंद्र रहा है.
राम चतुर मल्लिक का जन्म 05 अक्टूबर 1902 को चमथा गाँव (दरभंगा) में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित राजित राम था जो दरभंगा महाराज के दरबार में संगीतज्ञ थे. राम चतुर ने अपने चाचा क्षितिजपाल से प्रारंभिक शिक्षा ली थी बाद में रामेश्वर पाठक से सितार वादन की शिक्षा ली.
राम चतुर मल्लिक का संगीत में अद्वितीय योगदान रहा है, खासकर उनकी विशिष्ट गायकी और रागों की गहरी समझ के लिए. उन्होंने ध्रुपद के अलाप, जो कि शास्त्रीय संगीत की सबसे पुरानी और शुद्धतम शैली मानी जाती है, में महारत हासिल की थी. उनका गायन शुद्धता, तन्मयता, और कठिन तालों को सहजता से प्रस्तुत करने के लिए जाना जाता था.
राम चतुर मल्लिक का निधन 11 जनवरी 1990 को हुआ था. उनकी संगीत परंपरा को उनके परिवार और शिष्यों ने आगे बढ़ाया, जिससे ध्रुपद गायकी की धरोहर आज भी संरक्षित है.राम चतुर मल्लिक के योगदान ने उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत के इतिहास में एक प्रमुख स्थान दिलाया है.