विश्व शहरीकरण दिवस
विश्व शहरीकरण दिवस (World Urbanism Day), जिसे “वर्ल्ड टाउन प्लानिंग डे” के नाम से भी जाना जाता है, हर वर्ष 8 नवंबर को मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य शहरीकरण और शहरी नियोजन के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना और लोगों को यह समझाना है कि सतत शहरी विकास से हमारे समाज और पर्यावरण पर कितना सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
शहरीकरण तेजी से बढ़ते हुए जनसंख्या विस्तार और आर्थिक विकास का परिणाम है. यह दिन विशेषज्ञों, शहरी नियोजकों, सरकारों और आम जनता को एक मंच प्रदान करता है ताकि वे वर्तमान और भविष्य की शहरी चुनौतियों जैसे जनसंख्या घनत्व, आवास, बुनियादी ढांचे की कमी, पर्यावरणीय संकट, और ट्रांसपोर्ट सिस्टम की समस्याओं पर विचार-विमर्श कर सकें.
विश्व शहरीकरण दिवस की शुरुआत वर्ष 1949 में अर्जेंटीना के प्रोफेसर कार्लोस मारिया डेला पाओलेरा ने की थी. इस दिन के माध्यम से, बेहतर शहरों के निर्माण और योजना को प्राथमिकता दी जाती है ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित हो सके.
इस अवसर पर कई देशों में कार्यशालाओं, सेमिनारों, प्रदर्शनी और अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ताकि सतत विकास के सिद्धांतों को बढ़ावा दिया जा सके और शहरी समस्याओं का समाधान ढूंढा जा सके.
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World Urbanization Day
World Urbanism Day, also known as “World Town Planning Day”, is celebrated every year on 8 November. The purpose of this day is to raise awareness of the importance of urbanization and urban planning and to make people understand how sustainable urban development can have a positive impact on our society and environment.
Urbanization is the result of rapid population expansion and economic development. This day provides a platform for experts, urban planners, governments and the general public to discuss current and future urban challenges such as population density, housing, lack of infrastructure, environmental crisis, and transport system problems.
World Urbanization Day was started in the year 1949 by Professor Carlos Maria Della Paolera of Argentina. Through this day, priority is given to the construction and planning of better cities so that a better standard of living can be ensured for future generations.
On this occasion, workshops, seminars, exhibitions and other activities are organized in many countries to promote the principles of sustainable development and find solutions to urban problems.