वर्षा की बूंद का आकार किसके कारण गोलाकार होती है? = पृष्ठ तनाव (surface tension).
पानी का त्रिगुणात्मक बिंदु कितना होता है? = 16° केल्विन.
संक्रमण आयन किसमें प्रकाश को अवशोषित कर लेते हैं? = दृश्य क्षेत्र.
ज्योति तीव्रता का मात्रक क्या होता है? = कैंडेला.
लेंस की क्षमता किसमें मापी जाती है? = डायोप्टर.
अस्त होते समय सूर्य लाल दिखाई देता है? = प्रकीर्णन के कारण.
वाहनों में पीछे देखने के लिए किस दर्पण का प्रयोग किया जाता है? = उत्तल दर्पण.
सी० वी० रमन को नोबेल पुरस्कार किसलिए मिला? = प्रकाश के प्रकीर्णन के अध्ययन के लिए.
प्रकाश का रंग निश्चित किया जाता है? = तरंग दैर्ध्य द्वारा.
अप्रभावी तरंग कैसे बनती है? = विपरीत दिशा में चालित समान आकृति की दो तरंगों.
प्रकाशीय फाइबर किस सिद्धांत पर कार्य करता है? = पूर्ण आंतरिक परावर्तन.
पानी में रखी पेन्सिल मुड़ी हुई दिखाई क्यों देती है? = प्रकाश का अपवर्तन.
कोहरे में हम क्यों नहीं देख पाते हैं? = प्रकाश के प्रकीर्णन.
टंगस्टन का गलनांक बिंदु कितना होता है? = 3000° सेंटीग्रेड.
विद्युत का सबसे अच्छा सुचालक कौन सा है? = ग्रेफाइट.
विद्युत चुम्बक में क्रोड के रूप में किसका इस्तेमाल होता है? = मृदु लोहा.
किस धातु की चालकता सबसे अधिक होती है? = चांदी.
शुष्क सेल में किस तरह की ऊर्जा निहित होती है? = रासायनिक.
देहली आवृत्ति क्या होती है? = जिसके नीचे प्रकाश वैद्युत उत्सर्जन संभव नहीं होता.
परमाणु पाइल का प्रयोग कहां होता है? = नाभिकीय विखंडन के प्रचालन में.
तारे अपनी ऊर्जा कहां से प्राप्त करते हैं? = नाभिकीय संलयन से.
‘लॉ ऑफ फ्लोटिंग ‘ सिद्धांत की खोज किसने की? = आर्किमिडीज.
सापेक्ष आर्द्रता किससे मापी जाती है? = हाइग्रोमीटर से.
पायरोमीटर किसे नापने के लिए प्रयोग में लाया जाता है? = उच्च तापमान.
डायनेमो का हिंदी अर्थ क्या है? = मैकेनिकल ऊर्जा का इलेक्ट्रिकल ऊर्जा में परिवर्तित करना.
दो वस्तुओं के मध्य कोणीय दूरी मापन के लिए कौन-सा यंत्र प्रयुक्त होता है? = स्पैक्टैन्ट.
क्वांटम सिद्धांत का प्रतिपादन किसने किया? = मैक्स प्लैन्क.
आइंस्टीन को नोबेल पुरस्कार क्यों मिला था? = प्रकाश विद्युत प्रभाव की क्वाण्टम सिद्धांत से व्याख्या के लिए.
प्रकाश के वेग को किसने मापा था? = रोमर द्वारा.
दो वस्तुओं के बीच कोणीय दूरी किससे मापा जाता है? = षष्ठक.
हवा की गति किससे मापी जाती है? = एनिमोमीटर.
जेट इंजन किस सिद्धांत पर कार्य करता है? = रेखिक संवेग संरक्षण के कारण.
क्रांतिक ताप :- किसी पदार्थ का क्रान्तिक ताप वह ताप है जिससे अधिक ताप पर गैसीय अवस्था मे उस पदार्थ को कभी भी द्रवित नहीं किया जा सकता है.
क्रांतिक ताप पर द्रव का पृष्ठ तनाव शून्य होता है.
ताप बढने पर गैस की श्यानता बढती है तथा द्रव की घटती हैं.
आटो माबाइल्स में जलीय ब्रेक पास्कल के सिद्धान्त पर कार्य करता है.
डेजीमीटर का प्रयोग गैस का घनत्व मापने में किया जाता है.
फेदोमीटर का प्रयोग समुद्र की गहराई मापने में किया जाता हैं.
कोणीय वेग का मात्रक रेडियन/से. होता है.
क्रायोमीटर का प्रयोग निम्न ताप मापने में किया जाता है.
मैनोमीटर का प्रयोग गैस का दाब मापने में किया जाता है.
डायनेमो यान्त्रिक ऊर्जा के विद्युत ऊर्जा में बदलता है.
मोटर विद्युत् ऊर्जा को यान्त्रिक ऊर्जा में बदलती है.
माइक्रोफोन ध्वनि ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती है.
बैटरी रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती है.
अवरक्त विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैर्ध्य अधिकतम होती है.
प्रिज्म द्वारा बैगनी रंग का विचलन अधिकतम होती है.
प्रिज्म द्वारा श्वेत प्रकाश अपने घटक रंगों में विक्षेपित हो जाता है , क्योकि विभिन्न रंगो के किरण विभिन्न कोणों पर विचलित हो जाते हैं.
कैथेड किरणें सरल रेखा मे चलती है.
न्यूट्रॉन आवेशरहित होता है किन्तु इसका द्रव्यमान होता है.
इलैक्ट्रॉन , पॉजिट्रॉन प्रतिकण युग्म होते है.
प्रोटान की खोज रदरफोर्ड ने की थी.
इलैक्ट्रॉन की खोज जे॰के॰ थामसन ने की थी.
पॉजिट्रान की खोज एण्डरसन ने की थी.
न्यूट्रॉन की खोज चैडविक ने की थी.
जड़त्व :- किसी पिण्ड के उस गुणधर्म को क्या कहते हैं, जिससे वह सीधी रेखा में विराम या एकसमान गति की स्थिति में किसी भी परिवर्तन का विरोध करता है.
मुख्य अक्ष :- वह काल्पनिक रेखा जो फ़ोकस एवं पोल से गुजरते हुए गोलकार दर्पण पर पड़ती है, उसे मुख्य अक्ष कहते हैं.
घर्षण बल :- जब दो वस्तु एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं तो उनके बीच एक बल लगता है जिसके कारण वस्तु के गति में विरोध होता है इस बल को घर्षण बल कहते हैं. घर्षण बल वस्तु की दिशा के विपरीत लगता है.
सी पिंड के वेग को दुगना करने पर उसका संवेग भी दुगना हो जाता है.
किसी वस्तु के द्रव्यमान और उसके वेग के गुणनफल को संवेग कहते.
संवेग सदिश राशि है इसका एस आई मात्रक किलोग्राम मी/से. है.
इकाई समय में निश्चित दिशा में तय की गई दूरी को वग कहते हैं। यह एक सदिश राशि है इसका मात्रक मी/से है.
ये पिंड संवेग संरक्षण के सिद्धांत के अनुसार गतिमान होते हैं.
एक भारी एवं एक हल्के पिंड पर एक समान बल एक ही अवधि के लिए लगे हों तो ये पिंड एक समान संवेग से गतिमान होंगे. ये पिंड संवेग संरक्षण के सिद्धांत के अनुसार गतिमान होते हैं.
गतिज ऊर्जा :- किसी वस्तु में उसके गति के कारण जो कार्य करने की क्षमता आ जाती है उसे उस वस्तु की गतिज ऊर्जा कहते है.
द्रव्यमान दुगना होने पर गतिज ऊर्जा भी दुगनी हो जाती है.
संवेग दुगना होने पर गतिज ऊर्जा चार गुना हो जाती है.
स्थिति ऊर्जा :- किसी वस्तु की स्थिति या आकार में परिवर्तन के कारण जो कार्य करने की क्षमता आ जाती है. इसे वस्तु की स्थिति ऊर्जा कहते हैं.